Ujjain: भगवान महाकाल के पट खुलते ही गूंज उठे जयकारे, रात 12:00 बजे से दर्शन के लिए भक्तों की लग गई कतार

Sawan Somwar 2023:  सावन महीने का आज चौथा सोमवार (sawan somwar) है. अधिकमास का दूसरा सोमवार का व्रत रखा जाएगा. इस साल सावन महीने में अधिकमास लगा है. 19 साल बाद इस विशेष योग के बनने से सावन 59 दिनों का हो गया है. सुबह 2:30 बजे महाकालेश्वर (baba mahakal) मंदिर के पट खुलते ही […]

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31 Jul 2023 (अपडेटेड: 31 Jul 2023, 03:24 AM)

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Sawan Somwar 2023:  सावन महीने का आज चौथा सोमवार (sawan somwar) है. अधिकमास का दूसरा सोमवार का व्रत रखा जाएगा. इस साल सावन महीने में अधिकमास लगा है. 19 साल बाद इस विशेष योग के बनने से सावन 59 दिनों का हो गया है. सुबह 2:30 बजे महाकालेश्वर (baba mahakal) मंदिर के पट खुलते ही मंदिर भगवान शिव के जयकारों से गूंज उठा. बाबा महाकाल (ujjain news) के दर्शनों के लिए भक्त रात करीब 12 बजे से लाइन में लगना शुरू हो गए थे. सुबह विधि विधान के साथ बाबा महाकाल (baba mahakal) की भस्म आरती की गई. इस दाैरान पूरा नंदी हाल महाकाल के जयकारों से गूंज उठा.

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जानकारी के मुताबिक तड़के भस्म आरती में बाबा महाकाल (mahakaleshwar mandir) को दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से बने पंचामृत से अभिषेक पूजन कर भस्म अर्पित की गई. भगवान महाकाल का भांग, चंदन, आभूषणों से राजा स्वरूप में दिव्य श्रृंगार कर आरती की गई. इसके साथ ही परंपरा के अनुसार आज शाम करीब 4 बजे बाबा महाकाल की सवारी निकाली जाएगी. 

उमा महेश स्वरूप में भक्तों का हाल जानने निकलेंगे महाकाल

सालों से चली आ रही परंपरा के अनुसार महाकालेश्वर मंदिर (mahakaleshwar mandir) से सोमवार को शाम 4 बजे बाबा महाकाल की चौथी सवारी निकली जाएगी. इस दौरान चांदी की पालकी में भगवान महाकाल (baba mahakal) उमा महेश के स्वरूप में अपनी प्रजा को दर्शन देने निकलेंगे. इसके साथ ही, भगवान के पिछले स्वरूप चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश स्वरूप, गरुड़ पर सवार भगवान शिव तांडव की प्रतिमा भी शामिल की जाएगी.

कैसा रहेगा बाबा महाकाल की सवारी का रूट

सवारी से पहले महाकालेश्वर मंदिर (mahakaleshwar mandir) स्थित सभा मंडप में भगवान का पूजन-अर्चन किया जाएगा. सवारी मंदिर से प्रारंभ होकर कोट मोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए मोक्षदायिनी शिप्रा (shipra river) के रामघाट पहुंचेगी. यहां शिप्रा जल से भगवान महाकाल का अभिषेक कर पूजन किया जाएगा. पूजन के बाद सवारी परंपरागत मार्ग से होते हुए पुन: महाकाल मंदिर पहुंचेगी. इस दौरान भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुये प्रशासन ने पुख्ता इंतेजाम किये हैं. शहर के कोने-कोने में पुलिस कर्मी तैनात हैं.

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