वायरल गर्ल मोनालिसा का सामने आया हिला देने वाला ये दर्दनाक सच, महेश्वर में है प्लास्टिक की छत वाला घर!

Internet Star Monalisa: मोनालिसा की चाची रुबीना का कहना है घर अधूरा है, आप लोग, सरकार, नेता लोग, मंत्री लोग मदद करेंगे तो व्यवस्था लगेगी. गरीब लोगों की आपको दुआ लगेगी. कुछ लोगों को कुटीर मिली है, कुछ को नहीं मिली है. मोनालिसा परेशान तो हो रही है. हम लोग बुलाना चाहते हैं. 

मध्य प्रदेश के महेश्वर की रहने वाली है मोनालिसा.

मध्य प्रदेश के महेश्वर की रहने वाली है मोनालिसा.

उमेश रेवलिया

23 Jan 2025 (अपडेटेड: 23 Jan 2025, 01:19 PM)

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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कुंभ में वायरल मोनालिसा के घर को लेकर सामने आई चौंकाने वाली बात

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मोनालिसा के घर की पक्की छत नदारद, सीएम मोहन यादव से कर सकते हैं मांग

Mahakumbh Viral Girl Monalisa: अपनी सादगी और खूबसूरत नीली आंखों से महाकुंभ में सुर्खियां बटोर रही मध्य प्रदेश के खरगोन मोनालिसा के महेश्वर के घर को लेकर चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. दरअसल, मोनालिसा और उस परिवार जिस घर में रहता है, वो एक झोपड़ी जैसा है. सोशल मीडिया में धूम मचाने वाली 17 वर्षीय मोनालिसा की ये दास्तां बहुत कम लोगों को पता है कि वह बेहद गरीब है और परिवार के साथ शहर-शहर जाकर माला बेचती है. इससे जो मिलता है, उसी से परिवार चलता है.

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बता दें कि महेश्वर में जो घर है, उसके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना की पहली किस्त मिली थी, लेकिन दूसरी क़िस्त नहीं मिली. जिससे आगे काम नहीं हो पाया. जिससे घर की दीवारें तो खड़ी हो गई हैं, लेकिन घर पर पक्की छत की बजाय पॉलिथीन और लकड़ी की बल्लियों से ढंकी है.

एमपी तक पहुंचा मोनालिसा के घर

खरगोन जिला मुख्यालय से करीब 65 किमी दूर पर्यटन स्थल और देवी अहिल्या के नगर महेश्वर नगर परिषद के वार्ड क्रमांक 9 में घुमक्कड़ जाति के भोंसले परिवार की 17 वर्षीय मोनालिसा महाकुंभ में सोशल मीडिया में वायरल होने से सुर्खियों में आई है. MP Tak ने ग्राउंड पर जाकर देखा और परिजनों से बातचीत की तो नीली आंखों का जादू बिखेरने वाली मोनालिसा के पूर्वज दरअसल राजस्थान के चित्तौडगढ़ से करीब 150 साल पहले मध्य प्रदेश में आये थे. 

जगह-जगह घूमने वाले घुमन्तु परिवार करीब 30 साल पहले मां देवी अहिल्या की नगरी में आकर बस गए. रुद्राक्ष, रुद्राक्ष की मालाएं, स्फटिक और शिवलिंग सहित अन्य धार्मिक यंत्र प्रसिद्ध धार्मिक मेलों में बेचकर अपना गुजर बसर करते हैं. 

अपने भाई के साथ मोनालिसा.

मोनालिसा की चाची ने क्या कहा?

मोनालिसा की चाची रुबीना का कहना है घर अधूरा है, आप लोग, सरकार, नेता लोग, मंत्री लोग मदद करेंगे तो व्यवस्था लगेगी. गरीब लोगों की आपको दुआ लगेगी. कुछ लोगों को कुटीर मिली है, कुछ को नहीं मिली है. मोनालिसा परेशान तो हो रही है. हम लोग बुलाना चाहते हैं. वहां बिजनेस के लिए गए हैं, मालाएं बेचने गए है. लोग कहते है मोनालिसा वायरल हो गई है. उनको लोग चारों तरफ से परेशान कर रहे हैं. बुला तो लें लेकिन बाकी के लोग परेशान हो जाएंगे, इसलिए हम बुलाना नहीं चाहते हैं. 

मोनालिसा का झोपड़ी नुमा घर.

चार भाई-बहन है मोनालिसा

मोनालिसा की चाची रूबीना का कहना है कि मोनालिसा और उसकी छोटी बहन सहित दो भाई हैं. मोनालिसा पहली क्लास पढ़ी है. हस्ताक्षर कर लेती है. देशभर के मेलों में सभी मोनालिसा अपने भाई बहन, माता-पिता और दादी के साथ मालाएं, रुद्राक्ष बेचने जाती है. 

कुंभ से नहीं लौटेगी मोनालिसा

मोनालिसा की चाची रुबीना का कहना है मोनालिसा परिवार के साथ प्रयागराज कुम्भ मेले में गई है. सोशल मीडिया में खूब वायरल होने से हमें खुशी तो है लेकिन बार-बार लोगों के पूछने से मोनालिसा और परिवार मालाएं नहीं बेच पा रहा है. इससे व्यापार नहीं चल पा रहा है. खरगोन लौटने का पूरा मन बना लिया था लेकिन अब कुम्भ मेला पूरा करके लौटेंगे. 

इस वीडियो में देखिए मोनालिसा का घर

मोनालिसा के घर के सामने बना सीएम मोहन यादव का हेलीपैड

आगामी 24 जनवरी को मां अहिल्या के 300वीं जयंती पर महेश्वर में मध्य प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक होना है. संयोग से वायरल गर्ल मोनालिसा के घर के ठीक सामने के मैदान पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का हेलीपेड बना है. नगर परिषद महेश्वर सीएमओ प्रियंक पंड्या का कहना है इस संबंध में कोई शिकायत मेरे पास आई नहीं है. कोई पत्राचार नहीं किया गया है. यदि कोई मांग आती है तो उसे पूरा किया जाएगा. 

शासन की तरफ से इन्हें मिलनी चाहिए सुविधाएं: समाजसेवी

समाजसेवी हेमंत जैन का कहना है मोनालिसा जिस तरह से वायरल हुई है, उससे महेश्वर ही नहीं, पूरा मध्य प्रदेश सुर्खियों में है. ये घुमक्कड़ जाति के लोग हैं और जगह-जगह जाकर हिमालय रुद्राक्ष मेलों में बेचते हैं. मालाएं और रुद्राक्ष बेचकर अपना और परिवार का भरण पोषण करते हैं. क्योंकि उनका व्यवसाय जगह-जगह होता है इसलिए एक स्थान पर नहीं होता लेकिन महेश्वर में बरसों से रह रहे हैं. इन लोगों को शासन की ओर से शिक्षा स्वास्थ्य और आवास की सुविधा मिलना चाहिए.

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