BJP के लिए क्या इंदौर में उल्टा पड़ जाएगा दांव? चौथे चरण में इन सीटों को लेकर भारी टेंशन में बीजेपी?

चौथे चरण के इलेक्शन के लिए शनिवार को चुनाव प्रचार थम गया. मतदान 13 मई को होगा. इस फेज में मध्यप्रदेश की 8 सीटों पर वोट डाले जाएंगे और इसी के साथ मध्यप्रदेश की सभी 29 सीटों पर लोकसभा चुनाव पूरा हो जाएगा.

Lok Sabha Elections
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अभिषेक शर्मा

• 08:28 PM • 11 May 2024

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Lok Sabha Elections 2024 Fourth Phase: मध्यप्रदेश में चौथे चरण के लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव प्रचार शनिवार को थम गया. 13 मई को मध्यप्रदेश की 8 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. देवास (अजा), उज्जैन (अजा), मंदसौर, रतलाम (अजजा), धार (अजजा), इंदौर, खरगौन (अजजा) एवं खंडवा में 13 मई को मतदान होगा. लेकिन सभी की नजर इन 8 सीटों में से जिस सीट पर सबसे अधिक है, वह है इंदौर लोकसभा सीट.

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इंदौर लोकसभा सीट से बीजेपी के मौजूदा सांसद शंकर लालवानी चुनावी मैदान में हैं और कांग्रेस ने अक्षय कांति बम को अपना प्रत्याशी बनाया था, लेकिन उन्होंने नाम वापसी के अंतिम दिन नामांकन फॉर्म वापस ले लिया और फिर वे बीजेपी में शामिल हो गए. इसके कारण इंदौर लोकसभा सीट पर कांग्रेस चुनावी मुकाबले से ही बाहर हो गई.

इसके कारण कांग्रेस को बड़ा झटका लगा, क्योंकि मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी का गृह जिला इंदौर ही है और वे अपने ही गृह जिले में इस बड़े घटनाक्रम को होने से रोक पाने में नाकाम रहे. जिसके बाद कांग्रेस ने इंदौर में नोटा अभियान शुरू कर दिया है. कांग्रेस पार्टी ने किसी भी निर्दलीय प्रत्याशी को समर्थन नहीं दिया है और इंदौर की जनता से अपील कर रहे हैं कि वे नोटा का विकल्प चुनकर बीजेपी सरकार को संदेश दें कि उन्होंने इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी का नाम वापस कराकर लोकतंत्र की हत्या करने की कोशिश की है.

कांग्रेस के इस अभियान से बीजेपी नेताओं को अपना फैसला बैक फायर होता नजर आ रहा है. यही वजह है कि बीजेपी आलाकमान के निर्देश पर इंदौर बीजेपी के सभी छोटे-बड़े नेताओं को निर्देश दे दिए गए हैं कि इंदौर की जनता को नोटा बटन दबाने से मना किया जाए. इंदौर बीजेपी के नेताओं को भी उम्मीदवार शंकर लालवानी को जिताने के लिए तीन गुना अधिक टारगेट दे दिया है.

किस सीट पर किन उम्मीदवारों के बीच है मुकाबला

इंदौर को छोड़ दें तो शेष सभी सीटों पर बीजेपी और कांग्रेस प्रत्याशियों के बीच ही चुनावी टक्कर है. इन 8 लोकसभा सीटों पर कुल 74 प्रत्याशी चुनावी रणभूमि में अपना भाग्य आजमा रहे हैं. किस सीट पर कौन उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, डालते हैं एक नजर.

इंदौर-  शंकर लालवानी    - 14 निर्दलीय प्रत्याशी
उज्जैन  अनिल फिरोजिया               महेश परमार
देवास    महेंद्र सिंह सोलंकी               राजेंद्र मालवीय
धार       सावित्री ठाकुर                       राधेश्या मुवेल
रतलाम   अनिता नागर सिंह चौहान      कांतिलाल भूरिया
मंदसौर   सुधीर गुप्ता                           दिलीप सिंह गुर्जर
खरगोन   गजेंद्र उमराव सिंह पटेल          पोरलाल खरते
खंडवा    ज्ञानेश्वर पाटिल                           नरेंद्र पटेल

झाबुआ-रतलाम सीट पर होगा कांग्रेस-बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला

इंदौर में बीजेपी को नोटा को अधिक वोट पड़ने का टेंशन है तो वहीं झाबुआ-रतलाम लोकसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार अनिता नागर सिंह चौहान का मुकाबला कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया से होना है. दोनों उम्मीदवार आदिवासी समुदाय से आते हैं. जहां झाबुआ और अलीराजपुर के इलाके में कांग्रेस के कांतिलाल भूरिया मजबूत नजर आ रहे हैं तो वहीं रतलाम के शहरी और देहात इलाके में बीजेपी उम्मीदवार अनिता नागर सिंह चौहान का दावा अधिक मजबूत नजर आ रहा है. कांतिलाल भूरिया भील जनजाति से आते हैं तो वहीं अनिता नागर सिंह चौहान भिलाला जनजाति से आती हैं. इलाके में भील वोटर्स की संख्या भिलाला वोटर्स से अधिक है.

लेकिन इलाके में मोदी फैक्टर भी मजबूती से काम कर रहा है, जिसकी वजह से बीजेपी उम्मीदवार का पलड़ा भी चुनावी मैदान में भारी है. वन मंत्री नागर सिंह चौहान की पत्नी अनिता चौहान को लेकर बीजेपी पूरा जोर लगा रही है. वहीं कांतिलाल भूरिया के लिए उनके विधायक बेटे विक्रांत भूरिया ने भी पूरा जोश चुनावी मैदान में भरा हुआ है. इस प्रकार देखा जाए तो झाबुआ-रतलाम लोकसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला कांटे का हो सकता है.

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