Exclusive: बालाघाट से टिकट कटने के बाद BJP सांसद का पहला इंटरव्यू, अगले कदम पर किया बड़ा खुलासा

बालाघाट के सांसद ढाल सिंह बिसेन का बीजेपी ने टिकट काट दिया, चार बार के विधायक, मंत्री और एक बार सांसद रहे ढाल सिंह बिसेन ने अपनी आगे की रणनीति पर बड़ा खुलासा किया है. MP Tak को ने ढाल सिंह बिसेन से एक्सक्लूसिव बातचीत की.

पुनीत कपूर

22 Mar 2024 (अपडेटेड: 22 Mar 2024, 04:14 PM)

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Lok Sabha Election 2024: बालाघाट के सांसद ढाल सिंह बिसेन का बीजेपी ने टिकट काट दिया, चार बार के विधायक, मंत्री और एक बार सांसद रहे ढाल सिंह बिसेन ने अपनी आगे की रणनीति पर बड़ा खुलासा किया है. MP Tak को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में ढाल सिंह बिसेन ने कहा- 'बीते पांच सालों में उन्होंने बालाघाट-सिवनी के विकास के लिए अनेकों काम करवाए, पार्टी आलाकमान मुझसे खुश नहीं था ऐसा नहीं बोलना चाहिए, हमने नारी शक्ति वंदन अधिनियम पारित किया और यहां महिलाओं की संख्या पुरुषों से ज़्यादा है."

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बिसेन ने कहा- "शायद इसीलिए मेरा टिकट काटकर महिला शक्ति को टिकट दिया गया है. पार्टी ने इस बार मध्य प्रदेश में 6 महिलाओं को टिकट दिया है, इसके लिए नेतृत्व का धन्यवाद."

टिकट कटने का कोई मलाल नहीं: बिसेन

ढाल सिंह बिसेन ने कहा- 'मैंने कभी कोशिश नहीं किया कि मुझे दोबारा टिकट मिले, मैंने पूरा निर्णय पार्टी पर छोड़ा था, मुझे 7 बार टिकट बिना मांगे मिली है, कभी मांगने नहीं गया, गिड़गिड़ाने नहीं गया, पार्टी ने मुझे हमेशा टिकट दिया है इसीलिए पार्टी जो करती है अच्छा करती है. मुझे कोई मलाल नहीं है, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने मुझे कॉल करके बोला कि महिला को टिकट देना है इसलिए आपको मौक़ा नहीं मिलेगा, मैंने उन्हें कहा कि मुझे सहर्ष स्वीकार है.'

मंत्री रहा, विधायक रहा और क्या चाहिए: सांसद

सांसद बिसेन ने कहा कि पार्टी ने मुझे बहुत कुछ दिया, 4 बार विधायक बनाया, वन,परिवहन, खनिज, स्कूल शिक्षा और जेल विभाग का मंत्री बनाया, सांसद बनाया और इस बार मेरे भाग्य में नहीं रहा होगा इसीलिए टिकट नहीं मिला, मैं तो मानकर चल रहा था कि मैंने जितना काम किया हैं, जनता में भी मांग थी कि रिपीट करना चाहिए पर मैं मानकर चलता था कि पांच साल के लिए चुना गया हूं, इसीलिए कहीं कहने नहीं गया, अब पार्टी जो भूमिका तय करेगी आगे मैं वही करूंगा.

भारतीय जनता पार्टी बालाघाट में अलग ही क़िस्म का प्रयोग करती रही है, साल 1998 से लेकर अभी तक हर बार पार्टी के उम्मीदवार ही सांसद बनते रहे हैं लेकिन किसी भी सांसद को दोबारा टिकट नहीं मिला.

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