फेसबुक, इंस्टा बैन के बाद नेपाल में Gen-z ने काट दिया बवाल, संसद में घुसने की कोशिश, 16 की मौत

नेपाल में सोशल मीडिया बैन के खिलाफ जेन-जी युवाओं ने जोरदार विरोध शुरू कर दिया है, जिसमें अब तक 16 छात्रों की जान जा चुकी है. राजधानी काठमांडू में कर्फ्यू लगाकर भारी सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं.

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न्यूज तक

08 Sep 2025 (अपडेटेड: 08 Sep 2025, 05:11 PM)

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नेपाल में सोशल मीडिया बैन पर जेन-जी युवाओं ने ओली सरकार के खिलाफ बगावत कर दी है. वर्तमान में इस देश के राजधानी की सड़कों पर हजारों लोग उतर आए हैं. इस आंदोलन को "जेन जी रिवॉल्यूशन" का नाम भी दिया जा रहा है और ANI के अनुसार अबतक इस आंदोलन में 16 छात्रों ने अपनी जान भी गवां दी है. ANI के मुताबिक, नेपाल पुलिस ने इसकी पुष्टि की है.

क्या है मामला

दरअसल नेपाल सरकार ने 3 सितंबर को फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब सहित 26 सोशल मीडिया साइट्स पर बैन लगाने का फैसला किया था. इस फैसले के पीछे कारण ये था कि इन प्लेटफॉर्म ने नेपाल के संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था.

मंत्रालय ने 28 अगस्त को आदेश जारी कर 7 दिन का समय भी दिया था, यह समय सीमा 2 सितंबर को खत्म हो गई और समय सीमा में रजिस्ट्रेशन नहीं कराने पर सरकार ने 4 सितंबर को 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बैन लगा दिया.

सरकार के इस कदम ने युवाओं के बीच आक्रोश पैदा किया. हालांकि शुरुआत में ये आंदोलान मात्र ऑनलाइन असंतोष और बहस तक सीमित थी, लेकिन अचानक ये भीड़ डिजिटल स्पेस से निकलकर सड़कों पर आ गई और बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों में बदल गया.

नेपाल के संसद भवन को हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने घेर लिया और पुलिस की तरफ से लगाए गए बैरिकेड्स तोड़ दिए.

काठमांडू में लगा कर्फ्यू

फिलहाल इन प्रदर्शनकारियों को काबू करने के लिए प्रशासन ने राजधानी काठमांडू में कर्फ्यू लगा दिया है. इतना ही नहीं संसद भवन के आसपास और काठमांडू के अन्य संवेदनशील इलाकों में भी सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई है.

पुलिस ने इन युवा प्रदर्शनकारियों की भीड़ को रोकने के लिए आंसू गैस और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया है, लेकिन नाराज युवाओं ने भी पेड़ की टहनियों और पानी की बोतलों से जवानों पर पलटवार किया.

रिपोर्ट की मानें तो प्रदर्शन कर रहे छात्र राष्ट्रपति आवास, शीतल निवास क्षेत्र, महाराजगंज, लैंचौर में उपराष्ट्रपति आवास, सिंह दरबार के सभी हिस्से, बलुवाटार में प्रधानमंत्री आवास और आसपास के क्षेत्र में मौजूद हैं.

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