Champai Soren: हाल ही में बिहार में हुए सियासी उलटफेर के बाद अब उसके पड़ोसी राज्य झारखंड में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है. सेना की जमीन घोटाले में इंफोर्समेंट डायरेक्ट्रेट (ED) की जांच में फंसे प्रदेश के सीएम हेमंत सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया हैं. पिछले कुछ दिनों से ED उनके पीछे पड़ी हुई थी और उनपर लगातार दबिश दे रही थी. आज सोरेन के प्रदेश राज्यपाल को सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद ED ने उन्हें रात 9 बजकर 33 मिनट पर गिरफ्तार कर लिया.
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हेमंत सोरेन के इस्तीफे के साथ ही उनकी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा(JMM) ने अपने विधायक दल का नया नेता चंपई सोरेन को चुन लिया. चंपई सोरेन झारखंड के सरायकेला सीट से विधायक है जो अब प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे.
जानिए कौन हैं चंपई सोरेन?
चंपई सोरेन सरायकेला-खरसावां जिले स्थित जिलिंगगोड़ा गांव के रहने वाले हैं. उनके पिता सिमल सोरेन है, जो किसान थे. चंपई अपने पिता के चार बच्चों में से बड़े बेटे हैं. चंपई सोरेन ने हाई स्कूल तक की पढ़ाई सरकारी स्कूल से की हुई है. उनकी शादी कम उम्र में ही मानको से हो गया. शादी के बाद चंपई के 4 बेटे और तीन बेटियां हुईं.
चंपई सोरेन झारखंड को बिहार से अलग कर नया राज्य बनाने की मांग उठाने वालों में से एक रहे है. शिबू सोरेन और चंपई दोनों ने झारखंड को अलग राज्य बनाने के आंदोलन में एकसाथ आंदोलन किया. आंदोलन में वो जल्द ही ‘झारखंड टाइगर’ के नाम से मशहूर हो गए. इसके बाद चंपई सोरेन ने सरायकेला सीट से उपचुनाव में निर्दलीय विधायक बनकर अपने राजनीतिक करियर का आगाज किया. इसके बाद वह झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हो गए थे.
बीजेपी की सरकार में भी रह चुके हैं मंत्री
भारतीय जनता पार्टी की ओर से साल 2010 में मुख्यमंत्री बने अर्जुन मुंडा की सरकार में भी चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री बनाया गया था. हालांकि उनकी सरकार 2 साल, 129 दिनतक ही चल पाई और राज्य में राष्ट्रपति शासन लग गया. फिर हेमंत सोरेन की अगुवाई में बनी झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार में चंपई सोरेन को एकबार फिर से कैबिनेट मंत्री बनाया गया.
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