संयुक्त राष्ट्र (UN) के मंच पर एक बार फिर पाकिस्तान को भारत की तरफ से करारा जवाब मिला है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने जब यूएन में खड़े होकर भारत के खिलाफ झूठ का पुलिंदा पढ़ा तो भारत ने भी बिना वक्त गंवाए, उनकी झूठी बातों की धज्जियां उड़ा दीं.
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भारत के जवाब ने साफ कर दिया कि अब झूठ और आतंकवाद की आड़ में पाकिस्तान को खुद को बेचारा दिखाने की कोशिशें नहीं चलने वालीं.
क्या है मामला
भारत की तरफ से संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई मिशन में प्रथम सचिव पेटल गहलोत ने जवाब देते हुए पाकिस्तान को उसकी "हकीकत का आइना" दिखा दिया. उन्होंने ना सिर्फ पाकिस्तान की झूठी बातों को उजागर किया बल्कि दुनियाभर के सामने बता दिया कि किस तरह पाकिस्तान आतंकवाद को पाल-पोसकर दुनिया के सामने खुद को पीड़ित दिखाने की कोशिश करता है.
भारत ने किया भंडाफोड़
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने यूएन में दावा किया कि मई में भारत ने उनके देश पर बिना उकसावे हमला किया और पाकिस्तान ने भारत के 7 विमान गिराए. उन्होंने खुद को ‘शांति का पक्षधर’ बताते हुए भारत पर हमला करने का आरोप लगाया.
लेकिन भारत ने साफ शब्दों में कहा कि 'जो देश दशकों तक आतंकवाद को एक्सपोर्ट करता रहा है, वो आज यूएन में शांति की बात कर रहा है. यह दुनिया का सबसे बड़ा मज़ाक है."
पेटल गहलोत ने कहा कि पाकिस्तान ने कई सालों तक ओसामा बिन लादेन जैसे आतंकियों को शरण दी और आज भी वहां आतंकवाद के कैंप चल रहे हैं.
ऑपरेशन 'सिंदूर' में पाकिस्तान की हालत खराब
भारत ने दुनिया को याद दिलाया कि हाल ही में जब भारत पर हमला हुआ, तो भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाकर पाकिस्तान में घुसकर जवाब दिया. इस ऑपरेशन में बहावलपुर और मुरीदके में बने आतंकी ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया गया.
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कई एयरबेस, रनवे और हैंगर तबाह कर दिए. इन तस्वीरों को दुनिया ने देखा है और ये सब “पब्लिकली एक्सेसिबल” हैं.
भारत ने दो टूक कहा, "अगर जलते हुए हैंगर और टूटे रनवे को पाकिस्तान जीत समझता है, तो वह इस ‘जीत’ का जश्न मना सकता है."
टेररिज्म को बर्दाश्त नहीं करेगा भारत
भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंच से साफ कर दिया कि आतंकवाद और उसके समर्थकों में कोई फर्क नहीं किया जाएगा. दोनों को एक ही नजर से देखा जाएगा. भारत ने कहा कि पाकिस्तान अगर वाकई शांति चाहता है, तो उसे सबसे पहले अपने यहां चल रहे आतंकी कैंप बंद करने होंगे और भारत को उन आतंकियों को सौंपना होगा जो यहां वांछित हैं.
भारत ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को पहले अपने गिरेबान में झांकने की ज़रूरत है. जो देश खुद नफरत, असहिष्णुता और आतंकवाद में डूबा हो, वह दुनिया को शांति और धर्म की बातें कैसे सिखा सकता है?
भारत ने दिखाया पाकिस्तान को उसका असली चेहरा
भारत ने यूएन में फिर से दोहराया कि भारत और पाकिस्तान के बीच सभी मुद्दे आपसी बातचीत से सुलझेंगे, किसी तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं. लेकिन आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का रुख बेहद साफ है “जीरो टॉलरेंस.”
भारत ने दुनियाभर को साफ संदेश दिया कि अब आतंकवाद को किसी भी बहाने से बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ना तो परमाणु ब्लैकमेलिंग चलेगी और ना ही ‘मासूम बनकर’ झूठ फैलाने की कोशिश.
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