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आज चर्चित चेहरा में कहानी ऐसे शख्स की जो तिब्बत की मिट्टी में पला-बढ़ा लेकिन अपनी मिट्टी से दूर ये शख्स अब भारत में रहकर पूरी दुनिया के लिए शांति, करुणा और ज्ञान का सबसे बड़ा एग्जाम्पल बन गया... ये किसी फिल्म की कहानी नहीं, बल्कि हकीकत है 14वें दलाई लामा यानी तेनजिन ग्यात्सो की ज़िंदगी की सच्ची कहानी... भारत में कहा जाता है अतिथि देवो भव यानी मेहमान भगवान के समान होता है... इस बात को भारत ने 1959 में सच कर दिखाया, जब देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने तिब्बत के धर्मगुरु दलाई लामा को भारत में शरण दी... भारत से ही दलाई लामा ने पूरी दुनिया को अहिंसा, मानवता और प्यार का संदेश दिया है... क्या कहा है चीन ने, क्यों दलाई लामा के एक बयान से चीन को हुई इतनी तकलीफ, कैसे दशकों पहले जवाहरलाल नेहरू ने चीन को नहीं होने दिया अपने मनसूबों में कामयाब और आखिर कैसे पुनर्जन्म, धुए, माला और छड़ी से चुने जाते हैं दलाई लामा बताएंगी Kirti Rajora सब चर्चित चेहरा के इस एपिसोड में तो बने रहें वीडियो के आखिर तक...
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