2014 में बीजेपी की सरकार के बाद देश की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी खूब चर्चाओं, विवादों में घिरी. 2014 में मोदी सरकार बनी. 2015 से जेएनयू में धरना-प्रदर्शन का ऐसा दौर शुरू हुआ जैसे जेएनयू यूनिवर्सिटी नहीं, राजनीतिक समर्थन और विरोध का सेंटर है. जेएनयू की स्टूडेंट पॉलिटिक्स मोदी विरोध का बड़ा सेंटर बनी. यहीं से बीजेपी और जेएनयू के क्लैश की कहानी शुरू हुई. कन्हैया कुमार उसी पॉलिटिक्स से निकले. लेके रहेंगे आजादी, टुकड़े-टुकड़े गैंग जैसे चर्चित, विवादित नारे भी यही से निकले. जेएनयू पर किसका राज, वर्चस्व की इसी लड़ाई में हुई 2016 में एबीवीपी और लेफ्ट के लड़कों-लड़कियों की भीषण लड़ाई. उसी लड़ाई से शुरू हुई नजीब अहमद की कहानी. आज भी क्यों एक मां सवाल पूछ रही है कि उसका बेटा कहां है? क्या हुआ था जेएनयू में उस रात को? क्यों एबीवीपी के छात्रों से झड़प के बाद जेएनयू में पढ़ने वाला एक मुसलमान छात्र लापता हो गया? क्या है ये पूरी कहानी कौन है नजीब अहमद बताएंगी Kirti Rajora चर्चित चेहरा के इस एपिसोड में.
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