ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले के तहत नवंबर तक कर्नाटक में कांग्रेस का सीएम बदलने की चर्चा होती रही है. नवंबर नजदीक आने का मतलब सिद्धारमैया की विदाई और डीके शिवकुमार की ताजपोशी. विदाई और ताजपोशी की अटकलों के बीच सिद्धारमैया और डीके कोई मौका नहीं छोड़ते एक-दूसरे के साथ दिखने का. 30 जून को मैसूर में सीएम और डिप्टी सीएम ने एक साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जो चल रहा है उसी पर पत्रकारों ने सिद्धारमैया से सवाल दागे तो उन्होंने बगल के खड़े डीके का हाथ पकड़कर कह दिया कोई कुछ भी कहे, हमारे संबंध बढ़िया हैं. संबंध तो सचमुच बढ़िया चल रहे हैं लेकिन सियासत का गुणा-गणित गड़बड़ चल रहा है. 2 दिन बाद फिर सिद्धारमैया का मीडिया से आमना-सामना हुआ तो उन्होंने एलान कर दिया कि मैं 5 साल तक सीएम रहूंगा. क्या आपको कोई शक है? सिद्धारमैया के इस बयान का मतलब ये निकाला जा रहा है कि उन्होंने जिद पकड़ी हुई है कि वो सीएम पद डीके के खाली नहीं करेंगे. हाईकमान के लिए जबर्दस्ती हटाना घातक हो सकता है.
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