तेलंगाना राज्य बनने के बाद बीजेपी में जितना consistent परफॉर्मेंस टाइगर राजा सिंह ने दिया वैसा कोई और नेता दे नहीं सका. तेलंगाना में अब तक तीन विधानसभा चुनाव हुए और राजा सिंह ने तीनों बार बीजेपी के टिकट पर हैदराबाद की उस गोशामहल सीट जीती जो मुसलमानों से भरी हुई है. तेलंगाना में बीजेपी जितनी चर्चित नहीं रही जितनी चर्चा राजा सिंह ने बटोरी और वो भी बीजेपी के हिंदुत्व के एजेंडे को बढ़ाते हुए. अब अचानक राजा सिंह और बीजेपी के रिश्ते इतने खराब हुए कि नई प्रदेश अध्यक्ष एन रामचंदर राव के चुनाव से राजा सिंह नाराज हुए और बीजेपी हाईकमान ने उनको मनाने की बजाय पार्टी से जाने दिया. इस्तीफे में राजा सिंह ने हाईकमान ने जो शिकायतें गिनाई उसे पार्टी महासचिव अरुण सिंह ने ये कहते हुए खारिज कर दिया कि वो कारण irrelevant हैं। पार्टी की विचारधारा, काम करने के तरीके, सिद्धांतों और अनुशासन से मेल नहीं खाते। राजा सिंह के समर्थन में 10 प्रदेश परिषद के सदस्य भी सामने नहीं आए.
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