पिछले महीने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले के गुनहगार अभी भी सुरक्षा एजेंसियों की पकड़ से दूर हैं. अब, इस हत्याकांड में शामिल तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों की पहचान उजागर करते हुए उनके पोस्टर जारी किए गए हैं. ये पोस्टर शोपियां जिले के कई इलाकों में लगाए गए हैं, ताकि आम लोग इन आतंकियों को पहचानने और उनकी सूचना देने में मदद कर सकें. इसी बीच खबर आ रही है कि दक्षिण कश्मीर के शोपियां के जाम्पाथरी में सुरक्षाबलों और आंतकियों के बीच मुठभेड़ जारी है. इस मुठभेड़ में 3 आतंकवादियों को मार गिराया है.
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सूचना देने वाले को मिलेगा 20 लाख का इनाम
वहीं सुरक्षा एजेंसियों ने पहलगाम आतंकी हमले के जिम्मेदार, तीन आतंकियों की जानकारी देने वाले व्यक्ति को 20 लाख रुपये का बड़ा इनाम देने का ऐलान किया है. इसके साथ ही, यह भी भरोसा दिलाया गया है कि सूचना देने वालों की पहचान पूरी तरह से गुप्त रखी जाएगी. इससे पहले भी सुरक्षा बलों ने इन हमलावरों के स्केच जारी किए थे, और अब पोस्टरों के माध्यम से उनकी पहचान को और सार्वजनिक किया जा रहा है.
शोपियां में मुठभेड़ जारी, 3 आतंकी ढेर
इसी बीच, दक्षिण कश्मीर के शोपियां के जाम्पाथरी इलाके से खबर आ रही है कि सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ चल रही है. इसमें संयुक्त सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादियों को घेर लिया था. अब जानकारी आ रही है कि शोपियां के जाम्पाथरी केलर क्षेत्र में चल रही इस मुठभेड़ में 3 आतंकवादियों को मार गिराया है. हालांकि, यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है कि सुरक्षा बलों द्वारा ढूंढे जा रहे तीन पाकिस्तानी आतंकी यही हैं या नहीं. लेकिन जिन आतंकियों के पोस्टर लगाए गए हैं, उन पर 20 लाख रुपये का इनाम घोषित है.
पर्यटकों को बनाया गया था निशाना
गौरतलब है कि पिछले महीने पहलगाम की बैसरान घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी, जबकि 17 अन्य घायल हुए थे. आतंकियों ने जानबूझकर पर्यटकों को निशाना बनाया था. इस घटना के बाद से ही दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में सेना, एनआईए, पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां लगातार सक्रिय हैं.
पश्तून भाषा ने खोली आतंकियों की पहचान
सूत्रों के अनुसार, बेसरान हमले में शामिल दो स्थानीय आतंकवादियों की पहचान हो चुकी है, जिनके नाम आदिल अहमद ठाकुर और आशिफ शेख बताए गए हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि हमले में दो पाकिस्तानी आतंकी भी शामिल थे, जो आपस में पश्तून भाषा में बात कर रहे थे, जिससे यह साफ होता है कि वे पाकिस्तानी नागरिक हैं. आदिल ठाकुर का संबंध लश्कर-ए-तैयबा से है, जबकि आशिफ शेख जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ है. यह भी जानकारी मिली है कि हमले के दौरान एक या दो आतंकियों ने बॉडी कैमरा पहना था और उन्होंने पूरे हमले को रिकॉर्ड किया था.
इनपुट: अशरफ वानी
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