नाले में मिला युवक का शव, पुलिस का दावा- आतंकियों का मददगार था इम्तियाज, जारी किया ड्रोन वीडियो

Pahalgam Terror Attack aftermath : 23 अप्रैल को तंगमर्ग मुठभेड़ आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में इम्तियाज की भूमिका का दावा. माना जा रहा था कि इस मुठभेड़ मेंं पहलगाम अटैक के दो आतंकी भागने में सफल रहे.

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तस्वीर: न्यूज तक.

News Tak Desk

05 May 2025 (अपडेटेड: 05 May 2025, 03:49 PM)

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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पुलिस का दावा- आतंकी संगठन लश्कर के लिए ओवर ग्राउंड वर्कर था इम्तियाज.

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परिवार का दावा- उसका आतंकियों ने नहीं था संबंध.

पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस की जांच के दौरान एक नई कहानी सामने आई है. रविवार सुबह कुलगाम जिले के अहरबल इलाके में अदबल नाले से एक युवक का शव बरामद हुआ है. मृतक की पहचान इम्तियाज अहमद मागरे के रूप में हुई है. युवक के परिजनों का दावा है कि पुलिस पहलगाम अटैक के सिलसिले में उसे पूछताछ करने ले गई थी. इधर पुलिस का दावा है कि इम्तियाज अहमद आतंकवादियों के लिए OGW (Over Ground Workers) के रूप में काम कर रहा था. यानी वो आतंकियों का मददगार था. 

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पुलिस का दावा है कि पूछताछ में इम्तियाज ने ये स्वीकार किया था कि वो आतंकवादियों के लिए ग्राउंड वर्कर के रूप में करता है. अब सवाल ये है कि उसका शव नाले में क्यों मिला? परिजन पुलिस पर क्या इल्जाम लगा रहे हैं. पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने मामले में न्यायिक जांच की मांग क्यों की है? महबूबा मुफ्ती अकेली नहीं हैं. उमर कैबिनेट की मंत्री सकीना इटू ने इम्तियाज अहमद की मौत की परिस्थितियों की न्यायिक जांच की मांग की है. 

क्या है पूरा मामला? 

रविवार सुबह कुलगाम जिले के अहरबल इलाके में अदबल नाले (पहाड़ी नदी) से एक युवक का शव बरामद होता है. परिजन आरोप लगाते हैं कि पुलिस युवक इम्तियाज अहमद मागरे को पहलगाम अटैक मामले में पूछताछ के लिए ले गई थी. पुलिस हिरासत में युवक की मौत हो गई. इधर पुलिस ने ड्रोन वीडियो जारी कर इस दावे को खारिज करती है. इस वीडियो में एक लाल शर्ट पहने युवक को नाले में कूदते हुए देखाई देता है. पुलिस का दावा है कि ये मागरे ही है. 

पुलिस का दावा- इम्तियाज OGW था 

पुलिस का दावा है कि इम्तियाज आतंकवादियों के लिए ग्राउंड वर्कर के रूप में काम कर रहा था. पहलगाम हमले से जुड़ी भूमिका में उसे पूछताछ के लिए उसके घर से लाया गया था. पुलिस के मुताबिक 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के बाद 23 अप्रैल को आतंकियों की धर-पकड़ के दौरान तंगमर्ग मुठभेड़ की जांच में उसका नाम सामने आया था. तब सुरक्षा बलों के साथ संक्षिप्त गोलीबारी के बाद लश्कर के 2 आतंकवादी भाग निकले थे. 

पुलिस की थ्यौरी- ऐसे कूदा इम्तियाज, परिजन ने ये कहा 

पुलिस सूत्रों का दावा है कि इम्तियाज ने पूछताछ के दौरान लश्कर के एक ठिकाने की जानकारी होने की बात भी कबूल थी. इम्तियाज को उसकी बताई गई जगह की पहचान कराने के लिए जंगल में ले जाया गया. तभी उसने पहाड़ी नदी में कूदकर जान दे दी. परिजनों का दावा है कि इम्तियाज एक मजदूर था. उसका आतंकवादियों से कोई संबंध नहीं था. वह हिरासत में मारा गया है. परिजनों का दावा है कि इससे पहले भी कुलगाम से लापता हुए 3 गुज्जर युवकों के शव उसी नदी में पाए गए थे. इस मामले की अभी भी जांच चल रही है. 

महबूबा मुफ्ती ने की जांच की मांग 

जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने सोशल मीडिया X पर एक पोस्ट किया- 'कुलगाम में नदी से एक और शव बरामद हुआ है, जिससे गड़बड़ी के गंभीर आरोप लगे हैं. स्थानीय निवासियों का आरोप है कि इम्तियाज माग्रे को दो दिन पहले सेना ने उठाया था और अब रहस्यमय तरीके से उसका शव नदी में मिला है. पहलगाम में हाल ही में हुआ आतंकवादी हमला कश्मीर में नाजुक शांति को पटरी से उतारने, पर्यटन को बाधित करने और पूरे देश में सांप्रदायिक सद्भाव को कमजोर करने की एक सोची-समझी कोशिश प्रतीत होती है.'

महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा- 'अगर हिंसा का एक भी कृत्य पूरी व्यवस्था को हिला सकता है - मनमाने ढंग से गिरफ्तारियां, घरों को ध्वस्त करना और निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाना - तो अपराधी पहले ही अपना उद्देश्य हासिल कर चुके हैं. बांदीपुरा मुठभेड़ या कुलगाम की इस ताज़ा घटना में दुर्व्यवहार के आरोप बेहद परेशान करने वाले हैं और इनकी पूरी निष्पक्ष जांच की जरूरत है.'

 

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