अहमदाबाद विमान हादसे के बाद DGCA का बड़ा आदेश, सभी विमानों में फ्यूल स्विच होंगे चेक, मिली डेडलाइन

एअर इंडिया की फ्लाइट बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 के हादसे पर AAIB की रिपोर्ट के बाद ये फैसला लिया गया है. DGCA ने सभी विमानों के फ्यूल स्विच की जांच का आदेश दिया.

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News Tak Desk

14 Jul 2025 (अपडेटेड: 14 Jul 2025, 08:53 PM)

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अहमदाबाद विमान हादसे के बाद डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) ने विमानों के फ्यूल स्विच को लेकर एक आदेश जारी किया है. विमान हादसे पर  AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट आने के बाद DGCA  ने ये आदेश जारी किया है. 

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आदेश के मुताबिक भारत में रजिस्टर्ड सभी विमानों के फ्यूल स्विच के निरीक्षण का आदेश दिया है. DGCA के मुताबिक ये निरीक्षण 21 जुलाई 2025 तक पूरा करना है.  DGCA ने सभी एयरलाइन ऑपरेटर्स को इसे पूरा करने का निर्देश दिया है. 

गौरतलब है कि दुनिया भर की प्रमुख एयरलाइन कंपनियों ने अहमदाबाद विमान हादसे में की शुरूआती रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए बोइंग 787 विमानों के फ्यूल स्विच में लॉकिंग मैकेनिज्म की जांच शुरू कर दी है.

AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट में क्या है?

12 जून को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर ने उड़ान भरा. उड़ान भरने के महज 32 सेकेंड में ही विमान हादसे का शिकार हो गया. इसका ब्लैक बॉक्स 13 जून को घटना स्थल से बरामद किया गया. AAIB यानी एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो भारत सरकार की एक संस्था है जो हवाई हादसों की जांच करती है. इसके प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक...

  • हादसे की शिकार हुई फ्लाइट ने दिल्ली से अहमदाबाद के उड़ान भरा और सुबह 11:17 बजे लैंड किया. 
  • क्रू ने लॉग में STAB POS XDCR दर्ज किया.
  • इसके बाद इस समस्या का समाधान कर 12:10 बजे फ्लाइट को अगली उड़ान के लिए रिलीज कर दिया गया. 

क्या है ‘STAB POS XDCR’ अलर्ट?

  • इसका मतलब है- विमान के संतुलन को बताने वाला सेंसर के फेल होने की संभावना है. 
  • यह सेंसर बताता है कि विमान का पिछला पंख (हॉरिजेंटल स्टेबलाइजर) किस स्थिति में है. 

अगर सेंसर सही डेटा न दे, तो क्या होगा

  • ऑटोपायलट, पिच कंट्रोल, स्टॉल प्रोटेक्शन, जैसे सिस्टम गलत कमांड देने लगते हैं. 
  • टेकऑफ और शुरुआती उड़ान जैसे नाजुक फेज में यह सेंसर बेहद अहम होता है.

इस विमान को दोपहर 1:10 बजे लंदन के लिए उड़ान भरना था. पायलट पूरी तरह फिट थे और ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट में पूरा क्रू फिट मिला था. विमान में फ्यूल 54,200 किलो था. विमान का वजन  2,13,401 किलो था जो मापदंडों पर था. विमान का फ्यूल भी टेस्टिंग में सही पाया गया. फिर विमान गिरा कैसे?

  • रिपोर्ट के मुताबिक उड़ान भरने के बाद दोनों इंजन हवा में बंद हो गए.
  • एक पायलट ने दूसरे से पूछा- आपने (इंजन) क्यों बंद किया. दूसरा बोला- मैंने नहीं किया. 
  • इंजन फिर से चालू करने की कोशिश की गई. 
  • इंजन 1 कुछ हद तक चालू हो गया पर इंजन 2 चालू नहीं हो सका. 

 

 

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