Operation Sindoor Full Details: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने आखिरकार आतंकियों को करारा जवाब दे दिया है. भारतीय सेना ने एक संयुक्त अभियान में पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को हवाई हमले से तबाह कर दिया है. इस ऑपरेशन का नाम 'ऑपरेशन सिंदूर' रखा गया है. भारतीय जांबाजों ने पाकिस्तान की सीमा में घुसे बिना लगभग 100 किलोमीटर अंदर बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय को बम से उड़ा दिया. इसके अलावा पाकिस्तान में चार और PoK में पांच आतंकी कैंपों को निशाना बनाया गया.
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घातक मिसाइलों का इस्तेमाल
सूत्रों के अनुसार, भारतीय वायुसेना (IAF) के आधुनिक लड़ाकू विमान मिराज-2000 और सुखोई-30MKI ने बहावलपुर, कोटली और मुजफ्फराबाद के आतंकी ठिकानों पर हमला किया. ये इलाके लंबे समय से जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के मजबूत गढ़ माने जाते हैं. इस ऑपरेशन में स्कैल्प क्रूज मिसाइल और हैमर मिसाइलों से लैस राफेल लड़ाकू विमानों ने भी अपनी ताकत दिखाई. ये हथियार दुश्मन के ठिकानों पर सटीक हमला करने में सक्षम हैं.
ड्रोन और अन्य हथियारों का भी इस्तेमाल
जानकारी के अनुसार, वायुसेना ने इस ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए HAROP ड्रोन जैसे स्टैंड-ऑफ वेपन का भी इस्तेमाल किया. राफेल विमानों ने लक्ष्यों को भेदने के लिए स्कैल्प क्रूज मिसाइल के साथ-साथ डीप पेनेट्रेशन स्पाइस 2000 मिसाइल का भी इस्तेमाल किया. भारतीय सेना ने भी इस ऑपरेशन में अपने हथियार, ड्रोन और यूसीएवी की मदद से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इसके अलावा, भारतीय नौसेना भी इस पूरे ऑपरेशन में शामिल रही और समुद्री क्षेत्र में अपनी सक्रियता बनाए रखी.
पाकिस्तान में 100 किमी अंदर तक मार
जानकारी के मुताबिक, भारत ने अपने हवाई क्षेत्र में सुरक्षित रहते हुए क्रूज मिसाइलों और ड्रोन की मदद से PoK और पाकिस्तान में बने आतंकी अड्डों को निशाना बनाया. इसके लिए राफेल के साथ ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल का भी इस्तेमाल किया गया, जिसकी मारक क्षमता 400-600 किमी तक है. इस मिसाइल से बहावलपुर और मुजफ्फराबाद में जैश के कमांड सेंटर और हथियारों के डिपो को नष्ट किया गया. PoK में स्थित आतंकी कैंपों को तबाह करने के लिए हवा से सतह पर मार करने वाली हैमर मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया, जिनकी रेंज 20 से 70 किमी के बीच है.
पाकिस्तानी मीडिया ने भी इस ऑपरेशन में राफेल विमानों की मौजूदगी का दावा किया है. पड़ोसी देश के अनुसार, भारतीय वायुसेना के चार राफेल लड़ाकू विमान नियंत्रण रेखा (LoC) के पार कश्मीर क्षेत्र में रातभर गश्त करते हुए देखे गए थे.
बंकर तोड़ने वाले बम का इस्तेमाल
सूत्रों से यह भी खबर मिली है कि बहावलपुर स्थित जैश के मुख्यालय को पूरी तरह से ध्वस्त करने के लिए बंकर बस्टर बम का इस्तेमाल किया गया है. हालांकि, रक्षा मंत्रालय ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है.
क्या होते हैं बंकर बस्टर बम
बंकर बस्टर बम गहरे बंकरों और भूमिगत ठिकानों को नष्ट करने के लिए बनाए गए विशेष हथियार होते हैं. ये बम जमीन में काफी गहराई तक घुसकर धमाका करते हैं. जैश के हेडक्वार्टर की तस्वीरों से पता चलता है कि ऊपर से गिराए गए बम ने पूरी इमारत को मलबे में बदल दिया है.
इस एयरस्ट्राइक में भारत ने PoK में सवाई नाला कैंप, बिलाल कैंप, कोटली गुलपुर, कोटली अब्बास कैंप, भिंभर बरनाला कैंप और पाकिस्तान में बहावलपुर के अलावा सरजल कैंप, महमूना जोया कैंप और मुरीदके स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है. इस हमले में जैश के सरगना मौलाना मसूद अजहर के परिवार के 14 सदस्यों के मारे जाने की भी खबर है.
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