Kashmir Dispute: कश्मीर, एक खूबसूरत घाटी जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जानी जाती है, भारत और पाकिस्तान के बीच एक लंबे समय से चले आ रहे विवाद का केंद्र बिंदु रही है. यह विवाद लगभग 75 साल माना जाता है और दोनों देशों के बीच कई युद्धों और तनावों का कारण बना है. लेकिन आज पहलगाम अटैक के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाक के विवाद को 1000 वर्षों से पुराना बता दिया.आइए इस जटिल मुद्दे के प्रमुख पहलुओं और ऐतिहासिक तथ्यों पर एक नजर डालते हैं:
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ट्रंप ने कश्मीर को बताया 1000 साल पुराना विवाद
पहलगाम अटैक पर ट्रंप ने मीडिया के सामने आज पहली बार बयान दिया है, जिसमें उन्होने कश्मीर विवाद को 1000 वर्षोंं से भी पुराना बता दिया. "मैं भारत के बहुत करीब हूं और मैं पाकिस्तान के भी बहुत करीब हूं और कश्मीर में वे एक हजार साल से लड़ रहे हैं. कश्मीर का मुद्दा एक हजार साल से चल रहा है, शायद उससे भी ज्यादा समय से. वह एक बुरा हमला था (आतंकवादी हमला). उस सीमा पर 1,500 सालों से तनाव है. यह वैसा ही रहा है लेकिन मुझे यकीन है कि वे इसे किसी न किसी तरह से सुलझा लेंगे. मैं दोनों नेताओं को जानता हूं. पाकिस्तान और भारत के बीच बहुत तनाव है लेकिन यह हमेशा से रहा है."
विवाद की जड़ें: विभाजन और रियासतों का विलय
भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर विवाद की शुरुआत 1947 में ब्रिटिश भारत के विभाजन के साथ हुई. विभाजन के समय, ब्रिटिश सरकार ने भारतीय रियासतों को यह विकल्प दिया कि वे या तो भारत में शामिल हो जाएं या पाकिस्तान में, या फिर स्वतंत्र रहें. कश्मीर के तत्कालीन महाराजा हरि सिंह ने शुरू में किसी भी देश में शामिल होने का फैसला नहीं किया था. उनकी अधिकांश प्रजा मुस्लिम थी, लेकिन शासक हिंदू थे.
कबाइली हमला और भारत का हस्तक्षेप
अक्टूबर 1947 में, पाकिस्तान समर्थित कबायलियों ने कश्मीर पर आक्रमण कर दिया. महाराजा हरि सिंह ने अपनी रियासत को बचाने के लिए भारत से सैन्य सहायता की अपील की. भारत ने इस शर्त पर सहायता की पेशकश की कि कश्मीर भारत में विलय के दस्तावेज पर हस्ताक्षर करे.
26 अक्टूबर 1947 को विलय के दस्तावेज 'इंस्ट्रूमेंट ऑफ एक्सेशन' (विलय पत्र) पर हस्ताक्षर किए गए और भारतीय सेना ने कश्मीर में प्रवेश कर कबायलियों को पीछे धकेलना शुरू कर दिया. जब हालात और बिगड़े, तो भारत ने मामला संयुक्त राष्ट्र (UN) में उठाया. संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता से लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) बनी और कश्मीर का एक हिस्सा भारत में और एक हिस्सा पाकिस्तान में चला गया, जिसे पाकिस्तान "आजाद कश्मीर" कहता है. 1948 में संयुक्त राष्ट्र के हस्तक्षेप के बाद युद्धविराम हुआ, जिसके परिणामस्वरूप कश्मीर दो हिस्सों में बंट गया:
आजाद कश्मीर: यह पाकिस्तान के नियंत्रण वाला हिस्सा है. जिसे POK कहा जाता है.
जम्मू और कश्मीर: यह भारत के नियंत्रण वाला हिस्सा है.
संयुक्त राष्ट्र और जनमत संग्रह
संयुक्त राष्ट्र ने एक प्रस्ताव पारित कर कश्मीर में जनमत संग्रह कराने की सिफारिश की, ताकि वहां के लोग यह तय कर सकें कि वे किसके साथ रहना चाहते हैं. हालांकि, यह जनमत संग्रह कभी नहीं हो सका, क्योंकि भारत और पाकिस्तान दोनों ही इसकी शर्तों पर सहमत नहीं हो सके.
कश्मीर विवाद के कारण भारत और पाक के बीच आगे भी युद्ध हुए और अभी भी ऐसी स्थिति बनी रहती है. 1948 के बाद भारत और पाक के बीच 3 युद्ध हुए.
- 1965: पाकिस्तान ने ऑपरेशन जिब्राल्टर के तहत फिर से कश्मीर में घुसपैठ की. भारत और पाकिस्तान के बीच दूसरा युद्ध हुआ.
- 1971: ये युद्ध बांग्लादेश की आजादी को लेकर था, लेकिन कश्मीर को लेकर तनाव फिर भी बना रहा.
- 1999: करगिल युद्ध हुआ, जब पाकिस्तान के सैनिक और घुसपैठिए भारतीय क्षेत्र में घुस आए.
370 हटने के बाद और बढ़ा तनाव
5 अगस्त 2019 को भारत सरकार ने अनुच्छेद 370 हटाकर जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया. इसके बाद पाकिस्तान ने कड़ा विरोध जताते हुए कहा था कि भारत ने कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छीनकर अवैध कदम उठाया है. तब पाकिस्तान की ओर से कहा गया कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद वह सभी संभावित विकल्पों का इस्तेमाल करेगा. तब से तनाव लगातार बना हुआ है.
वर्तमान स्थिति
वर्तमान में, कश्मीर का एक बड़ा हिस्सा भारत के नियंत्रण में है, जिसमें जम्मू, कश्मीर घाटी और लद्दाख शामिल हैं. पाकिस्तान के नियंत्रण वाले हिस्से को 'आजाद कश्मीर' और गिलगित-बाल्टिस्तान के रूप में जाना जाता है.
भारत ने अगस्त 2019 में जम्मू और कश्मीर के विशेष दर्जे को समाप्त कर दिया और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों - जम्मू और कश्मीर और लद्दाख - में विभाजित कर दिया. पाकिस्तान ने इस कदम की कड़ी निंदा की और दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया.
आज भी कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद सुलझा नहीं है. पुलवामा-पहलगाम जैसे कई और अटैक में पाक की भूमिका सामने आती रही है. भारत इससे पहले एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान को करारा जवाब दे चुका है. लेकिन अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पाया है. भारत का साफ कहना है कि कश्मीर उसका अभिन्न हिस्सा है और इस पर कोई समझौता नहीं हो सकता.
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