व्हाइट हाउस में मुनीर-ट्रंप के बीच 45 मिनट क्या बातचीत हुई? पाकिस्तानी पत्रकार ने खोल दिए सारे राज!

नजम सेठी ने समा टीवी पर एक कार्यक्रम में बताया कि मुनीर और ट्रंप के बीच क्या बातचीत हुई होगी. उनसे पूछा गया था कि 35 से 45 मिनट की इस छोटी सी मुलाकात में क्या-क्या चर्चा हुई होगी?

NewsTak

न्यूज तक

• 02:51 PM • 26 Jun 2025

follow google news

पाकिस्तान के आर्मी चीफ फील्ड मार्शल सैयद आसिम मुनीर और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात पर पाकिस्तान में अभी भी खूब चर्चा हो रही है. इस 45 मिनट की लंच मीटिंग में क्या बातें हुईं, इस पर वहां के मीडिया में लगातार बहस जारी है. अब पाकिस्तान के जाने-माने पत्रकार नजम सेठी ने इस खास मुलाकात पर अपनी राय दी है, जिससे कई सवाल खड़े हो गए हैं.

Read more!

नजम सेठी ने समा टीवी पर एक कार्यक्रम में बताया कि मुनीर और ट्रंप के बीच क्या बातचीत हुई होगी. उनसे पूछा गया था कि 35 से 45 मिनट की इस छोटी सी मुलाकात में क्या-क्या चर्चा हुई होगी?

पाकिस्तान ने क्या माँगा होगा?

इस सवाल के जवाब में नजम सेठी ने कहा कि ये समझना बहुत आसान है कि पाकिस्तान ने ट्रंप से क्या माँगा होगा. सेठी के मुताबिक, पाकिस्तान ने कहा होगा:

"हम आतंकवाद का बिल्कुल भी समर्थन नहीं करते. भारत हमारे साथ ज़्यादती कर रहा है, आप उन्हें समझाएं. हम अब आतंकवाद के खेल में नहीं हैं, हमने इसे बंद कर दिया है."

कश्मीर का मुद्दा और 'नोबेल प्राइज़ की पेशकश'

वरिष्ठ पत्रकार नजम सेठी ने आगे कहा कि पाकिस्तान ने कश्मीर का मुद्दा भी उठाया होगा. उन्होंने कहा होगा कि यह एक ऐसा मुद्दा है जिसे सुलझाना बाकी है. 

"अगर आप हमारी मदद कर सकते हैं, तो यह बहुत अच्छा होगा. यह नोबेल प्राइज़ जीतने का एकदम सही रास्ता होगा."

नजम सेठी ने अपनी ही सरकार की पोल खोलते हुए कहा कि आसिम मुनीर ने एक तरह से ट्रंप को "रिश्वत" की पेशकश की होगी. उन्होंने कहा होगा कि अगर ट्रंप कश्मीर पर पहल करते हैं, तो उन्हें नोबेल मिल जाएगा. सेठी के मुताबिक, चूंकि यह एक छोटी मुलाकात थी, इसलिए पाकिस्तान को जल्दी से अपने मुद्दे उठाने थे और आगे बढ़ना था. इसलिए कश्मीर की बात ज़रूर हुई होगी.

आतंकवाद पर ट्रंप का 'सिर हिलाना'

आतंकवाद के सवाल पर नजम सेठी ने बताया कि आसिम मुनीर ने कहा होगा, "हमने यह नहीं किया है." यह सुनकर डोनाल्ड ट्रंप ने शायद सिर हिलाया होगा और कहा होगा, "मैं सुन रहा हूँ कि आप क्या कह रहे हैं." इस पर आसिम मुनीर ने कहा होगा, "अगर आप भारत के साथ हमारे लिए कुछ कर सकते हैं, तो करें. यह हमारे लिए बेहतर होगा, क्योंकि भारत ने आतंकवाद पर एक नई नीति बनाई है."

नजम सेठी का मानना है कि ये सारी बातें 5 से 15 मिनट के अंदर ही हुई होंगी.

क्यों बेताब था पाकिस्तान?

आपको बता दें कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पाकिस्तान का शीर्ष नेतृत्व अमेरिकी राष्ट्रपति से मिलने को बहुत बेताब था. पाकिस्तान की ओर से कई बार अनुरोध करने के बाद, अमेरिकी ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसिम मुनीर को ट्रंप से मुलाकात के लिए समय दिया था.

कब हुई थी मुलाकात?

आसिम मुनीर और डोनाल्ड ट्रंप के बीच लंच पर मुलाकात 18 जून 2025 को व्हाइट हाउस में हुई थी. आसिम मुनीर 12 जून 2025 को वॉशिंगटन पहुँचे थे और उनकी यह पाँच दिनों की आधिकारिक यात्रा थी.

मुनीर से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा था कि जनरल आसिम मुनीर ने पाकिस्तान-भारत युद्ध को रोकने में अहम भूमिका निभाई थी. ट्रंप ने कहा, "मैं उनके साथ मुलाकात को अपने लिए सम्मान की बात मानता हूँ."

ट्रंप ने यह भी कहा था कि पाकिस्तान और भारत दोनों परमाणु ताकतें हैं और उनके बीच परमाणु युद्ध हो सकता था. लेकिन "दो सुलझे लोगों" ने युद्ध रोकने का फैसला किया.

    follow google newsfollow whatsapp