'अरे पियेंगे नहीं तो जियेंगे कैसे...', CM नीतीश के शराबबंदी वाले बिहार में शख्स ने कैमरे पर ये क्या किया

Muzzafarpur: बिहार से शराबबंदी कानून के उल्लंघन की खबरें अक्सर आती रहती हैं, लेकिन यह पहला मौका है जब किसी ने कैमरे के सामने इतनी हिम्मत के साथ शराब पीने का प्रदर्शन किया है. युवक ने यह भी बताया कि वह अपनी मर्जी से शराब खरीदता है और पीता है, जिससे वह किसी भी कानून या प्रशासन की परवाह नहीं करता.

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हर्षिता सिंह

17 Oct 2024 (अपडेटेड: 17 Oct 2024, 04:27 PM)

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Liqour Ban in Bihar: बिहार के मुजफ्फरपुर से एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है. इसमें एक युवक खुलेआम कैमरे के सामने शराब पीते हुए नीतीश कुमार के शराबबंदी कानून को चुनौती देता दिख रहा है. इस शख्स ने साफ तौर पर कहा, "अपना पैसा है, अपनी दारू है, कैमरे के सामने पियेंगे. अगर किसी में हिम्मत है तो रोक कर दिखा दें."

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नीतीश के शराबबंदी कानून का मजाक

वीडियो में दिख रहे युवक का कहना है कि अगर वो शराब नहीं पीता है तो उसके हाथ कांपने लगते हैं. उसने बिहार के मुख्यमंत्री और राज्य की पुलिस को खुली चुनौती देते हुए कहा कि कानून और सख्ती की परवाह नहीं करता और चाहे कुछ भी हो जाए, शराब तो पीकर रहेगा. यह बयान उस राज्य से आया है, जहां पिछले कई सालों से शराब पर पूरी तरह से बैन  है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अक्सर मंच से अपनी शराबबंदी नीति की प्रशंसा करते रहे हैं, लेकिन इस वीडियो ने उनके दावों पर सवाल खड़े कर दिए हैं.

कैमरे के सामने खुलेआम शराब पीने की हिम्मत

बिहार से शराबबंदी कानून के उल्लंघन की खबरें अक्सर आती रहती हैं, लेकिन यह पहला मौका है जब किसी ने कैमरे के सामने इतनी हिम्मत के साथ शराब पीने का प्रदर्शन किया है. युवक ने यह भी बताया कि वह अपनी मर्जी से शराब खरीदता है और पीता है, जिससे वह किसी भी कानून या प्रशासन की परवाह नहीं करता.

शराबबंदी के बावजूद बढ़ रही शराब की बिक्री

1 अप्रैल 2016 से बिहार में शराब की बिक्री और सेवन पर पूर्ण प्रतिबंध लागू है. सरकार ने शराब तस्करी को रोकने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए हैं, और लगातार बड़े पैमाने पर अवैध शराब पकड़ी भी जा रही है.  इसके बावजूद, राज्य में अवैध शराब की बिक्री और जहरीली शराब से मौत की खबरें थमने का नाम नहीं ले रही हैं.

मुजफ्फरपुर से सामने आया ताजा मामला

मुजफ्फरपुर जिले के सिकंदरपुर झील के पास बन रही दुकानों के पीछे एक युवक द्वारा कई दिनों से खुलेआम शराब बेची जा रही थी. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत काम कर रहे प्रोजेक्ट मैनेजर सुनील सिंह ने उसे कई बार मना किया, लेकिन जब युवक ने मानने से इंकार कर दिया, तो उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया. मीडिया के सामने भी उसने बिना झिझक कहा, "अगर मैं शराब नहीं पीता तो मेरे हाथ-पैर कांपने लगते हैं, इसलिए मैं इसे अपने पास रखता हूं और पिता हूं."

 

बिहार सरकार की शराबबंदी नीति को लेकर इस वीडियो ने एक बार फिर से बहस छेड़ दी है. सरकार जहां शराब तस्करी रोकने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, वहीं राज्य में अवैध शराब की बिक्री का सिलसिला थम नहीं रहा. यह वीडियो प्रशासन और कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता है, साथ ही यह दिखाता है कि राज्य में शराबबंदी कितनी प्रभावी है.

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