PM Modi reaction on operation sindoor: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और Pok में स्ट्राइक कर दी है. सूत्रों के अनुसार, अब इस पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट बैठक की शुरुआत में सभी कैबिनेट के मंत्रियों ने ऑपरेशन सिंदूर के सफल होने पर बधाई दी.
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प्रधानमंत्री ने कहा, "यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है"
आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक, करीब चार मिनट तक ऑपरेशन सिंदूर के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया गया. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "रा देश हमारी ओर देख रहा था. हमें हमारी सेना पर गर्व है." पीएम के इस बयान पर कैबिनेट के सभी सदस्यों ने मेजें थपथपाकर कार्रवाई का स्वागत किया.
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर अब कल सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है. इस बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे. केंद्र सरकार की ओर से गृह मंत्री अमित शाह और संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजीजू भी बैठक में मौजूद रहेंगे. यह बैठक सुबह 11 बजे होगी.
भारत ने 9 आतंकी ठिकानों को बनाया निशाना
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का करारा जवाब देते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में एयर स्ट्राइक की है. इंडियन एयरफोर्स ने 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर ध्वस्त किया है. इस जवाबी कार्रवाई को 'ऑपरेशन सिंदूर' (Operation Sindoor) नाम दिया गया है.
रक्षा मंत्रालय की ओर से इस ऑपरेशन की आधिकारिक पुष्टि की गई है. जानकारी के मुताबिक, भारतीय सेना ने उन स्थानों को टारगेट किया, जहां आतंकी बैठकर भारत में हमलों की साजिश रचते थे. इन ठिकानों में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के ठिकाने भी शामिल बताए जा रहे हैं.
इन आतंकी ठिकानों को बनाया गया निशाना:
- मुजफ्फराबाद (पीओके) में लश्कर का सवाई नाला ट्रेनिंग सेंटर: यह वह जगह थी जहाँ सोनमर्ग, गुलमर्ग और पहलगाम हमले के आतंकियों ने प्रशिक्षण लिया था.
- मुजफ्फराबाद का सैयदना बिलाल कैंप: यहाँ आतंकियों को हथियार, विस्फोटक और जंगल में जीवित रहने की ट्रेनिंग दी जाती थी.
- कोटली का लश्कर का गुरपुर कैंप: साल 2023 में पूंछ में श्रद्धालुओं पर हमला करने वाले आतंकी यहीं प्रशिक्षित हुए थे.
- भिम्बर का बरनाला कैंप: इस कैंप में आतंकियों को हथियार चलाना सिखाया जाता था.
- कोटली का अब्बास कैंप: यह नियंत्रण रेखा (LOC) से सिर्फ 13 किलोमीटर दूर स्थित था और यहाँ फिदायीन हमलावर तैयार किए जाते थे.
- सियालकोट का सरजल कैंप: मार्च 2025 में पुलिस जवानों की हत्या करने वाले आतंकवादियों को इसी कैंप में ट्रेनिंग मिली थी.
- सियालकोट का हिजबुल महमूना जाया कैंप: पठानकोट में हुए आतंकी हमले की साजिश यहीं रची गई थी.
- मुरीदके का मरकद तैयबा कैंप: कुख्यात आतंकी अजमल कसाब और डेविड कोलमैन हेडली भी इसी कैंप में प्रशिक्षित हुए थे.
- भावलपुर की मस्जिद सुभानअल्लाह: यह जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय था, जहाँ आतंकियों की भर्ती और ट्रेनिंग होती थी और बड़े आतंकी कमांडर यहां आते थे.
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