देश के महिला-केंद्रित व्यापार एवं उद्यमिता मंच फिक्की लेडीज ऑर्गनाइजेशन (एफएलओ) के 41वें वार्षिक सत्र के अवसर पर पूनम शर्मा ने एफएलओ की 42वीं राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया. एफएलओ, फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) का महिला प्रभाग है और यह दक्षिण-पूर्व एशिया का सबसे पुराना और प्रमुख महिला-नेतृत्व वाला व्यापारिक चैंबर माना जाता है.
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इस अवसर पर श्रीमती पूनम शर्मा ने कहा:
मेरे नेतृत्व में एफएलओ का उद्देश्य महिलाओं की आवाज को ताकत देना होगा, ऐसी आवाज जो न केवल समाज की सोच को बदल सके, बल्कि नीति-निर्माण और आर्थिक निर्णयों को भी प्रभावित कर सकें. हम ऐसा वातावरण बनाएंगे जिसमें महिलाएं आत्मनिर्भर बनें, नेतृत्व करें और उद्यमिता के क्षेत्र में क्रांति लाएं.
एफएलओ की नई राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में पूनम शर्मा का कार्यकाल वर्ष 2025-26 तक रहेगा. अपने इस कार्यकाल के दौरान वह महिलाओं को नेतृत्व और आर्थिक भागीदारी में आगे लाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों और पहलों का संचालन करेंगी. उनका फोकस विशेष रूप से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ावा देना, कौशल विकास, स्टार्टअप्स को सहयोग, और नीति-स्तर पर महिला हितैषी निर्णयों को बढ़ावा देना रहेगा.
एफएलओ की स्थापना 1983 में फिक्की के एक प्रभाग के रूप में हुई थी. वर्तमान में इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है और इसके देश भर में 20 सक्रिय अध्याय हैं. एफएलओ लगभग 13,000 से अधिक महिला उद्यमियों, पेशेवरों और कॉर्पोरेट लीडर्स का प्रतिनिधित्व करता है. यह संगठन महिलाओं को एक ऐसा मंच प्रदान करता है जहां वे अपनी व्यावसायिक क्षमता को विकसित कर सकें और सामाजिक-आर्थिक विकास की मुख्यधारा में प्रभावशाली भूमिका निभा सकें. एफएलओ शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, वित्तीय साक्षरता, डिजिटल सशक्तिकरण और नेतृत्व विकास जैसे क्षेत्रों में सक्रियता से कार्य करता है.
पूनम शर्मा स्वास्थ्य और कल्याण क्षेत्र की एक सफल और प्रगतिशील महिला उद्यमी हैं. वह बैद्यनाथ समूह परिवार से आती है ,जो आयुर्वेदिक उत्पादों का एक प्रतिष्ठित और ऐतिहासिक ब्रांड है. चिकित्सा, टॉनिक, सौंदर्य उत्पादों और जीवनशैली के क्षेत्र में उनका उल्लेखनीय योगदान रहा है. अपनी अंतरराष्ट्रीय यात्राओं के माध्यम से उन्होंने आयुर्वेद के लाभों का प्रचार-प्रसार किया और लाखों लोगों को प्राकृतिक चिकित्सा की ओर आकर्षित किया.
उनका समर्पण महिला सशक्तिकरण के प्रति भी रहा है. उन्होंने वीरांगना फाउंडेशन के माध्यम से महिलाओं के लिए अनेक सामाजिक और आर्थिक कार्यक्रमों का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया है. एफएलओ की अध्यक्ष के रूप में श्रीमती शर्मा का ध्यान महिलाओं को नई सोच और नवाचार की शक्ति से जोड़ने, उन्हें निर्णय लेने की प्रक्रिया का हिस्सा बनाने और भविष्य की नीतियों में महिलाओं की भूमिका को सशक्त करने पर केंद्रित रहेगा. वे चाहती हैं कि महिलाओं की भागीदारी सिर्फ घरेलू सीमाओं तक सीमित न रहकर, वह उद्योग, व्यापार, तकनीक, नीति-निर्माण और नेतृत्व की हर दिशा में मजबूत हो.
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