What World Say After Ceasefire: भारत और पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों के बीच बातचीत के बाद शनिवार को युद्धविराम पर सहमति बनी. इसके तहत दोनों देशों ने हर तरह की सैन्य कार्रवाई रोकने का फैसला किया. इस अहम समझौते का स्वागत दुनिया भर के कई देशों ने किया है. सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस बारे में जानकारी दी थी. ब्रिटेन, जर्मनी, सऊदी अरब और यूरोपीय संघ जैसे देशों ने इस कदम को सराहा है. आइए जानते हैं, दुनिया के अन्य देशों ने इस समझौते पर क्या कहा:
ADVERTISEMENT
जर्मनी: तनाव कम करने में मददगार
जर्मनी ने कहा कि हाल के दिनों में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बहुत बढ़ गया था. अब दोनों देशों का युद्धविराम पर सहमत होना तनाव को कम करने में बहुत सहायक होगा. यह एक जरूरी कदम है.
यूरोपीय संघ: महत्वपूर्ण कदम का सम्मान
यूरोपीय संघ की विदेश मामलों की प्रमुख काजा कैलास ने कहा कि भारत और पाकिस्तान ने तनाव कम करने की दिशा में बहुत ही महत्वपूर्ण कदम उठाया है. इस कदम का सम्मान किया जाना चाहिए. उन्होंने सोशल मीडिया पर बताया कि उन्होंने इस बारे में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार से बात की है.
ब्रिटेन: सबके हित में फैसला
ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम पर सहमति बनने का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि यह तनाव कम करने में मदद करेगा और यह सभी के लिए अच्छा है.
सऊदी अरब: शांति बहाली की उम्मीद
सऊदी अरब ने भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्धविराम के फैसले का स्वागत किया है. सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वह पाकिस्तान और भारत के बीच संघर्ष विराम समझौते का स्वागत करता है. उन्हें उम्मीद है कि दोनों देश शांति बहाल करेंगे.
पाकिस्तान ने तोड़ा भरोसा
हालांकि, 10 मई को युद्धविराम समझौते के कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर कई जगह गोलीबारी की. भारतीय सेना ने इसका तुरंत जवाब दिया और कश्मीर से गुजरात तक ड्रोन हमलों की कोशिशों को नाकाम कर दिया. भारत ने युद्धविराम तोड़ने के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है. विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारतीय सेना किसी भी कार्रवाई के लिए स्वतंत्र है.
ADVERTISEMENT