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Vijay Rally Stampede: तमिलनाडु के करूर में शनिवार को एक्टर और राजनेता विजय की चुनावी रैली में अचानक भगदड़ मचने से 39 लोगों की दुखद मौत हो गई. इस हादसे में 95 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर है. मृतकों में 16 महिलाएं, 12 पुरुष और 10 बच्चे शामिल हैं. मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस घटना को लेकर गहरा दुख जताया और तत्काल कार्रवाई शुरू की.
करूर भगदड़ पर तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव, पी. सेंथिल कुमार ने बताया कि कुल 95 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. 51 लोग सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती हैं. एक को छोड़कर, बाकी सभी की हालत स्थिर है. विशेषज्ञ डॉक्टर उनकी देखभाल कर रहे हैं. बाकी 44 लोग निजी अस्पतालों में भर्ती हैं. 39 लोगों की मौत हो चुकी है.
पुलिस ने भगदड़ को लेकर क्या जानकारी दी?
पुलिस के मुताबिक, रैली के लिए 10,000 लोगों की अनुमति ली गई थी. हालांकि, एक लाख 20 हजार वर्ग फुट के मैदान में 50,000 से ज्यादा लोग इकट्ठा हो गए. तमिलनाडु के प्रभारी डीजीपी जी. वेंकटरमण ने बताया कि आयोजकों ने 10 हजार लोगों के आने की उम्मीद जताई थी, लेकिन लगभग 27,000 लोग जुटे थे.
डीजीपी ने कहा कि हमारा इरादा किसी को दोष देने का नहीं है, हम सिर्फ़ फैक्ट बता रहे हैं, उन्होंने कहा कि एक जगह विजय का स्वागत किया गया और उनके पीछे-पीछे भारी भीड़ आई और पुलिस ने उन्हें सुरक्षित कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाया.
भगदड़ के पीछे की वजह क्या है?
1. अनुमति से कई गुना ज्यादा भीड़: तमिलनाडु पुलिस के अनुसार, रैली के लिए केवल 10,000 लोगों की अनुमति थी, लेकिन 50,000 से 60,000 से अधिक लोग 1.20 लाख वर्ग फुट के मैदान में जमा हो गए. डीजीपी जी. वेंकटरमण ने भी 27,000 लोगों के जुटने की बात कही, जो अनुमान से कहीं ज्यादा थी.
2. घंटों देरी से पहुंचे विजय: अभिनेता विजय निर्धारित समय से करीब छह घंटे की देरी से शाम 7:40 बजे पहुंचे. डीजीपी ने बताया कि भीड़ सुबह 11 बजे से ही इंतजार कर रही थी और घंटों तक उन्हें पर्याप्त भोजन और पानी नहीं मिला, जिससे बेचैनी बढ़ी.
3. गुमशुदा बच्ची की अपील: भगदड़ की शुरुआत तब हुई जब मंच से विजय ने एक 9 साल की गुमशुदा बच्ची को ढूंढने की अपील की. इसके बाद अचानक अफरा-तफरी मच गई और कुछ लोग विजय की बस की ओर बढ़ने लगे.
मुख्यमंत्री स्टालिन ने बनाई जांच कमेटी
मुख्यमंत्री स्टालिन ने देर रात करूर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. उन्होंने अस्पताल में घायलों से मुलाकात की और मृतकों को श्रद्धांजलि दी. सरकार ने इस हादसे की जांच के लिए जस्टिस अरुणा जगदीसन की अध्यक्षता में एक आयोग गठित किया है. साथ ही, मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये और घायलों को 1 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की गई है.
इस बीच, अभिनेता विजय पर सवाल उठ रहे हैं. हादसे के बाद वह घायलों से मिले बिना ही चार्टर्ड फ्लाइट से सीधे चेन्नई लौट गए. उनके इस कदम की सोशल मीडिया पर आलोचना हो रही है. वहीं, केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय ने तमिलनाडु सरकार से इस घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
एक्टर विजय ने क्या कहा
हादसे के विजय ने ट्टीट कर इस घटना पर दुख जताया है, उन्होंने लिखा, "मेरा हृदय टूट गया है. मैं असहनीय दुःख से परेशान हूं जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. करूर में अपनी जान गंवाने वाले अपने प्रिय भाइयों और बहनों के परिवारों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदना और सहानुभूति व्यक्त करता हूं. मैं अस्पताल में इलाज करा रहे लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं."
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