संसद सत्र से ठीक पहले पीएम मोदी ने संसद परिसर में कई बड़ी बातें कहीं. उन्होंने कहा है कि भारत ने ये सिद्ध किया है कि डेमोक्रेसी कैन डिलीवर. उन्होंने कहा कि ये सत्र विकसित भारत के प्रयास में और ऊर्जा भरने का अवसर है. विपक्ष पराजय की निराशा से बाहर निकलकर आए और मजबूत मुद्दे उठाए. उन्होंने कहा कि यह सत्र पराजय की हताशा या विजय के अहंकार का मैदान नहीं बनना चाहिए. नई पीढ़ी के सदस्यों को अनुभव का लाभ मिलना चाहिए. यहां ड्रामा नहीं डिलीवरी होनी चाहिए. राष्ट्रनीति पर बात होनी चाहिए. क्या है अंदर की बात? बता रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार विजय विद्रोही...
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