तमिलनाडु में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. बीजेपी जो लोकसभा चुनाव में करने में नाकाम रही उसकी भरपाई विधानसभा चुनाव में करने की फिराक में है. तमिलनाडु में सत्ता के लिए मल्टी कॉर्नर कॉन्टेस्ट डीएमके-कांग्रेस अलायंस वर्सेज बीजेपी वर्सेस aidmk वर्सेज एक्टर विजय की पार्टी के बीच पक्का माना जा रहा है लेकिन मोदी सरकार और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कुछ ऐसा कर दिया जिससे मामला बीजेपी वर्सेज रेस्ट हो गया है. स्टालिन तमिलनाडु की सारी पार्टियों के नेता बनकर मोदी सरकार से भिड़ गए हैं. बीजेपी अकेली पड़कर फंस गई है. तमिलनाडु को हिंदी पढ़ाकर अपना जनाधार बढ़ाने का खेल चल नहीं रहा.
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