कर्नाटक में सटीक सीटें बताने के बाद राहुल ने कर दी MP की भविष्यवाणी, ‘भारत जोड़ो’ काम करेगा?

भारत जोड़ो यात्रा लद्दाख नहीं गई थी. यात्रा के बाद राहुल बाइक चलाने लद्दाख गए थे. इसका असर ये हुआ कि कांग्रेस लद्दाख हिल काउंसिल के चुनाव में जीत गई. इसे भी राहुल गांधी का असर माना गया.

Rahul Gandhi in Bharat Jodo Nyay Yatra
Rahul Gandhi in Bharat Jodo Nyay Yatra

रूपक प्रियदर्शी

14 Nov 2023 (अपडेटेड: 14 Nov 2023, 12:18 PM)

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Rahul Gandhi News: चुनावी हलचल शुरू होते ही राहुल गांधी ने भविष्यवाणी की थी कि, मध्य प्रदेश में कांग्रेस की 150 सीटें आएंगी. राहुल ने कुछ ऐसी ही भविष्यवाणी मई में कर्नाटक चुनाव को लेकर भी की थी और कर्नाटक में सचमुच ऐसा ही हुआ. हाल के चुनावी अनुमानों से भी उनका जोश हाई है. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में राहुल गांधी के रोड शो का जो नजारा दिखा उससे राहुल को एमपी में कांग्रेस का तूफान दिख रहा है. रोड शो में राहुल ने एकबार फिर वही नंबर दोहराया.

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चुनावी भाषणों में राहुल का कॉन्फिडेंस बोल रहा है. और कॉन्फिडेंस इसलिए बोल रहा है क्योंकि नतीजों में राहुल को भारत जोड़ो यात्रा का असर दिख रहा है. कर्नाटक में भारत जोड़ो 22 दिन में 20 विधानसभा सीटों से गुजरी और उनमें से कांग्रेस 15 सीटें जीत गई थी. भारत जोड़ो यात्रा पूरे कर्नाटक से नहीं गुजरी थी लेकिन असर पूरे राज्य में हुआ जिसने कर्नाटक में बीजेपी का किला ढहा दिया.

भारत जोड़ों यात्रा का मध्य प्रदेश से लेकर राजस्थान तक असर

न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक मध्य प्रदेश में राहुल की भारत जोड़ो यात्रा जहां से गुजरी थी, वहां की सीटों पर कांग्रेस को फायदे की उम्मीद है. लगभग दो हफ्ते राहुल ने मध्य प्रदेश में बिताए थे. उन्होंने प्रदेश में 380 किलोमीटर की पदयात्रा की थी जो मालवा निमाड़ रीजन के 6 जिलों-बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, इंदौर, उज्जैन और आगर मालवा से होकर गुजरी थी. इस इलाके में 21 विधानसभा सीटें आती हैं. कांग्रेस का अनुमान चुनाव से पहले निकली यात्रा कांग्रेस को कर्नाटक की तरह बंपर रिटर्न दे सकती है. 2018 के चुनाव में 21 में से 14 सीटें बीजेपी ने जीती थी जबकि कांग्रेस को 7 सीटें मिली थी.

कांग्रेस मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि राजस्थान में भी भारत जोड़ो यात्रा के करिश्मे की उम्मीद में है. राजस्थान में राहुल की यात्रा 485 किलोमीटर लंबी थी. जो 16 दिन तक 6 जिलों से होकर गुजरी थी. हालांकि तेलंगाना, मध्य प्रदेश की तुलना में राहुल गांधी ने राजस्थान में अभीतक कम प्रचार किया है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा है कि,’ भारत की राजनीति में भारत जोड़ो से परिवर्तन हुआ है. इसका असर राजस्थान में भी दिखेगा’.

भारत जोड़ो यात्रा लद्दाख नहीं गई थी. यात्रा के बाद राहुल बाइक चलाने लद्दाख गए थे. इसका असर ये हुआ कि कांग्रेस लद्दाख हिल काउंसिल के चुनाव में जीत गई. इसे भी राहुल गांधी का असर माना गया.

निकल सकती है भारत जोड़ो यात्रा 2.0

कांग्रेस का ये बहुत स्ट्रॉन्ग बिलीव है कि भारत जोड़ो यात्रा ने उसकी किस्मत बदली है. इसीलिए 2024 के चुनाव से पहले राहुल गांधी फिर से भारत जोड़ो यात्रा 2.0 लेकर निकल सकते हैं. हालांकि इसका कोई औपचारिक एलान नहीं किया गया है. लेकिन ये संभव है कि पांच राज्यों के नतीजे आने के बाद और 2024 के चुनाव का माहौल बनने से पहले दिसंबर से फरवरी के बीच राहुल हाईब्रिड यात्रा पर निकलें. अनुमान ये है कि नई यात्रा उत्तर पूर्व से पश्चिम में गुजरात तक हो सकती है.

पांच राज्यों के रूझान कांग्रेस के लिए बढ़िया लग रहे हैं. एमपी, राजस्थान से लेकर तेलंगाना, मिजोरम तक कांग्रेस सिर्फ फाइट में नहीं बल्कि सत्ता की रेस में सबसे आगे दिख रही है. अगर 3 दिसंबर को नतीजे कांग्रेस के अनुमानों के मुताबिक आए तो न केवल भारत जोड़ो 2.0 बल्कि 2024 के चुनावों की भी पिक्चर बदल सकती है. वैसे बीजेपी ने कभी ये नहीं माना है कि भारत जोड़ो यात्रा से राहुल या कांग्रेस को कोई फायदा हुआ.

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