रूठे फूफाओं की चिंता छोड़ो, SP-BSP उम्मीदवारों की मदद?… अमित शाह MP पहुंचे तो क्या-क्या हुआ

अमित शाह की बैठक में ग्वालियर-चंबल संभाग की 34 सीटों के 300 बीजेपी नेता, कार्यकर्ता, सांसद, मंत्री शामिल हुए. 2 घंटे तक चुनावी तैयारियों की रिपोर्ट लेते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को मंत्र दिया कि चुनाव कैसे जीता जा सकता है.

चुनाव जीतने के लिए ग्वालियर में अमित शाह ने किया पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित
चुनाव जीतने के लिए ग्वालियर में अमित शाह ने किया पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित

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विधानसभा चुनाव 2023ः राजस्थान से लेकर मध्य प्रदेश तक बीजेपी को बागी नेताओं के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. बीजेपी ने जिन नेताओं के टिकट काटे उनमें से कई निर्दलीय बनकर मैदान में कूद पड़े हैं. मध्य प्रदेश से अमित शाह ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को संदेश दे दिया है कि बागियों से कैसे निपटना है.

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अमित शाह ने दिया जीत का मंत्र

अमित शाह की बैठक में ग्वालियर-चंबल संभाग की 34 सीटों के 300 बीजेपी नेता, कार्यकर्ता, सांसद, मंत्री शामिल हुए. 2 घंटे तक चुनावी तैयारियों की रिपोर्ट लेते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को मंत्र दिया कि चुनाव कैसे जीता जा सकता है. उससे भी बड़ी बात ये कि उन्होंने बागियों से निपटने का तरीका भी समझाया जो चुनाव में बड़ी मुसीबत बने हुए हैं. शाह ने कहा कि-

बागी नेताओं मतलब रूठे हुए फूफाओं को मनाने की जरूरत नहीं है. अगर वो मान रहे हैं तो ठीक है. वरना आगे बढ़ो. फूफा खुद ही 10 तारीख तक पार्टी का प्रचार करते हुए नजर आएंगे. अभी जो लोग पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ रहे हैं, उनसे जरूर संपर्क करें. उनको मनाने की कोशिश करें, जिससे वो अपना नाम वापस ले लें. अगर जरूरत हो तो मुझसे भी बात कराएं.

क्या होता है शाह की बैठक में

अमित शाह की बैठक में कैसे मंथन होता है, ये समझना है तो बैठक के इस किस्से को सुनिए. जय सिंह कुशवाह नाम के नेता नाराज होकर पार्टी से चले गए थे. फिर वापस लौट आए. बैठक में उन्होंने फीड बैक दिया कि 34 में से 30 सीटें बीजेपी जीत रही है. आप हैरान होंगे ये सुनकर कि कुशवाह से सवाल ये पूछा कि बताइए कौन सी चार सीटें हार रहे हैं. कुशवाह बता नहीं पाए.

दूसरा किस्सा- अशोक नगर के जिलाध्यक्ष ने कहा कि सपा और बसपा के उम्मीदवारों के पास बहुत पैसा है. इस पर शाह ने कहा- राजनीति में जो लोग पैसा कमा लेते हैं, वो खर्च नहीं करना चाहते हैं. इसलिए इस चक्कर में मत पड़ना कि वो पैसे वाले हैं तो उनकी मदद नहीं करनी है. बैठक से निकली जानकारी के मुताबिक ये भी संदेश दिया कि सपा और बसपा के उम्मीदवारों की मदद करो, ये जितने मजबूत होंगे, उतना हमें फायदा होगा. यही कांग्रेस को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाएंगे.

कार्यकर्ताओं को 2024 को ध्यान में रखने को कहा

अमित शाह जब ग्वालियर संभाग के कार्यकर्ताओं को जीतने का मंत्र दे रहे थे वो केवल विधानसभा चुनाव के लिए ही नहीं, बल्कि लोकसभा चुनाव के लिए भी था. शाह ने कार्यकर्ताओं को बूथ मैनेजमेंट के तरीके भी बताए. चुनाव से पहले हर व्यक्ति से कम से कम पांच बार मिलने को कहा. चुनाव वाले दिन कार्यकर्ता पहले अपना वोट डाले. फिर अपने परिवार के हर सदस्य का वोट डलवाएं. फिर कम से कम तीन परिवारों के वोट डलवाए.

अमित शाह के मध्य प्रदेश दौरे से कांग्रेस में भी हड़कंप मचा हुआ है. दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि अमित शाह सरकारी अफसरों, कर्मचारियों को धमका रहे हैं. धमकी ये कि चुनाव में जो अधिकारी कमल का ध्यान नहीं रखेगा, उसे छोड़ेंगे नहीं.

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