राम मंदिर के उद्धाटन से पहले देखिए जगन्नाथ पुरी धाम का नया परिक्रमा कॉरिडोर, हो गया कायाकल्प

पुनर्विकास के लिए 440 दुकानें, 30 लॉज, 193 घर और एक हजार स्ट्रीट वेंडरों को हटाया गया. 17.22 एकड़ जमीन अधिग्रहित की गई. लोगों को राज्य सरकार ने 403 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया.

Jagannath Puri Dham
Jagannath Puri Dham

ऋषि राज

11 Jan 2024 (अपडेटेड: 11 Jan 2024, 07:36 AM)

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Jagannath Puri Dham: जो 700 सालों में नहीं हुआ है वो अब पुरी में होने जा रहा है. महाप्रभु जगन्नाथ भगवान के धाम का पुनर्विकास. मंदिर के आस पास के इलाकों का काया कल्प हो रहा है. यहां मंदिर से लगे हुए चारों तरफ के 75 मीटर के इलाके को खाली करके श्रीमंदिर परिक्रमा कॉरिडोर बनाया गया है. मंदिर के परिसर से सटे हुए इलाकों में पहले बहुत सारी दुकानें और घर थे. ज्यादा भीड़ होने पर हादसे, दुर्घटनाओं की आशंका थी और जरूरी मदद पहुंचाने का रास्ता भी काफी संकरा था. इस पुनर्विकास ने जगन्नाथ धाम को तमाम सुविधाओं से लैस कर दिया है. इस पुनर्विकास के लिए 440 दुकानें, 30 लॉज, 193 घर और एक हजार स्ट्रीट वेंडरों को हटाया गया. 17.22 एकड़ जमीन अधिग्रहित की गई. लोगों को राज्य सरकार ने 403 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया. कॉरिडोर के निर्माण में 300 करोड खर्च हुए हैं. पूरा प्रोजेक्ट 2700 करोड़ रूपए का है.

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मंदिर का कॉरिडोर ऐसे बनाया किया गया है कि लोग चारों तरफ से मंदिर के शिखर का दर्शन करते हुए परिक्रमा कर पाएंगे. मंदिर पुनर्विकास के 75 मीटर में मेघनाद प्राचीर से लगकर आगे के 55 मीटर तक के इलाके में पहला 7 मीटर ग्रीन बफर जोन फिर 10 मीटर परिक्रमा और फिर 14 मीटर लैंडस्केप जोन और फिर ऐसे ही अलग अलग व्यवस्थाएं 75 मीटर में उपलब्ध होंगी.

400 मीटर लंबी एसी टनल बनाई गई

सिर्फ दर्शन के लिहाज से नहीं बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी मंदिर से पास सटे हुए निर्माण को खाली कराकर वहां बेहतर सुविधाओं का निर्माण कराया गया है. रजाना लोग लाखों की संख्या में यहां दर्शन को आते हैं. ऐसे में व्यवस्थाओं का चुस्त दुरूस्त होना बहुत जरूरी हो जाता है. मंदिर आने वालों को लिए 400 मीटर लंबा एसी टनल बनाया गया है, जिससे लोगों को गर्मी बरसात से राहत मिल सके. ज्यादा भीड़ होने पर यहां पर एक साथ 6 हजार लोगों को टनल में रोका जा सकता है. यहां मंदिर के शिखर पर जो ध्वज लहराता है उसे रोजाना बदला जाता है और उसे देखने के लिए भारी भीड़ होती है. इस प्रथा के और बेहतर दर्शन हों, इसके लिए थिएटर की व्यवस्था की गई है.

जो लोग दर्शन को आएंगे उनके लिए बेहतर पार्किंग की व्य़वस्था की गई है. मल्टी लेवल पार्किंग बनाई गई है. इसमें 1400 से अधिक गाड़ियां खड़ी की जा सकती हैं. इसके अलावा एक श्री दंड बाइपास रोड बनाया गया है. इसकी मदद से शहर के बाहर से सीधे एंट्री मंदिर के पास होगी. इससे लोगों के 45-50 मिनट बच जाएंगा .

अयोध्या के राम मंदिर से पहले होगा उद्घाटन

अयोध्या में राम मंदिर के 22 जनवरी के उद्घाटन से 5 दिन पहले जगन्नाथ हैरिटेज कॉरिडोर का उद्घाटन 17 जनवरी को होने वाला है. दर्शन के लिए भारी संख्या में भक्त से लेकर मेहमानों के आने की तैयारी है. ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं . सुरक्षा बलों की तैनाती के साथ साथ ड्रोन से भी नजर रखी जाएगी.

पुरी में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की भी व्यवस्था हो रही है . अगले 6 महीने में जमीन अधीग्रहण का काम राज्य सरकार की तरफ से पूरा कर लिया जाएगा. अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को 1164 एकड में बनना है और इसके लिए अनुमानित खर्च 5631 करोड़ रुपये रखा गया है. देखा जाए तो जगन्नाथ धाम का इस तरह सौंदर्यीकरण मन मोहने वाला है. आने वाले वक्त में उम्मीद है कि यहां भक्तों की संख्या दोगुनी हो जाएगी, जो सांस्कृतिक पर्यटन के लिहाज से भी काफी बड़ी उपलब्धि होगी.

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