जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद सर्वदलीय बैठक में सभी राजनैतिक पार्टियों ने इस मुद्दे पर सरकार को इस मुद्दे पर समर्थन देने की बात कही. कांग्रेस पार्टी समेत विपक्ष ने सरकार से कई सवाल भी पूछे. सरकार ने माना कि सुरक्षा में चूक हुई है. इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने इस मुद्दे पर सरकार के साथ खड़ा होना का ऐलान किया. इधर कांग्रेस पार्टी के नेता पहलगाम हमले पर विवादित बयानबाजी के चलते चर्चा में आ गए हैं.
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बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेताओं की बयानबाजियों पर राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भड़के हुए हैं. जिन नेताओं ने पार्टी रुख से अलग बात की है उन्हें फटकार भी लगाई गई है. कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि- यह सही है कि कांग्रेस पार्टी के कुछ नेता कई बातें कह रहे हैं, लेकिन यह उनकी निजी राय है. मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि किसी ने उन्हें यह सब कहने का अधिकार नहीं दिया है...कांग्रेस पार्टी का इन बयानों से कोई लेना-देना नहीं है और पार्टी ऐसे बयानों से सहमत नहीं है.
गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैफुद्दीन सोज ने कहा था कि पाकिस्तान के लिए सिंचाई और पीने के पानी की बहुत जरूरत है. यदि सिंधु का पानी डायवर्ट किया गया तो पंजाब और जम्मू-कश्मीर डूब जाएगा. अगर पाकिस्तान स्टैंड लेता है कि उसका हाथ नहीं है तो हमें उसकी बात मान लेनी चाहिए. हालांकि इस बयान के बाद बवाल होते ही वे इससे पलट गए.
रविशंकर प्रसाद ने की थी आलोचना
कुछ कांग्रेसी नेताओं के बयान पर बीजेपी के नेता रविशंकर प्रसाद ने आलोचना की है. उन्होंने कहा- 'कुछ कांग्रेस नेताओं द्वारा दिए गए बयानों का उद्देश्य क्या है?... पाकिस्तान टीवी पर कांग्रेस नेताओं के बयान चला रहा है.' रविशंकर प्रसाद ने विजय वडेट्टीवार के बयान पर कहा- महाराष्ट्र विधानसभा के विपक्ष के नेता बेशर्मी वाले बयान दे रहे हैं जबकि मृतकों का परिवार रो-रोक तथ्य बता रहे हैं.'
ध्यान देने वाली बात है कि विजय वडेट्टीवार ने कहा है कि आतंकियों के पास धर्म पूछने का समय कहां रहा होगा. कर्नाटक के मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सिद्धारमैया कहते हैं युद्ध कोई विकल्प नहीं होना चाहिए.
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