IPS की नौकरी छोड़ BJP के टिकट पर बीरभूम से लड़ रहे थे देबाशीष धर, नामांकन हुआ खारिज पर क्यों?

ECI के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, देबाशीष धर को उनके पद से इस्तीफा देने के बावजूद उन्हें अभीतक नौकरी से रिलीज ऑर्डर नहीं दिया गया है.

NewsTak

अभिषेक

• 04:02 PM • 26 Apr 2024

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West Bengal News: पश्चिम बंगाल से बीजेपी के लिए एक बुरी खबर आई है. चुनाव आयोग(ECI) ने प्रदेश के बीरभूम लोकसभा सीट से पूर्व आईपीएस अधिकारी और बीजेपी उम्मीदवार देबाशीष धर का नामांकन पत्र खारिज कर दिया है. ECI से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, नो ड्यूज सर्टिफिकेट न जमा करा पाने पर उनका नामांकन खारिज कर दिया गया है. दरअसल दिल्ली हाई कोर्ट का एक आदेश है कि, जिसके तहत नो ड्यूज का सर्टिफिकेट देना होता है. देबाशीष धर यही सर्टिफिकेट उपलब्ध नहीं करा पाए जिससे उनकी उम्मीदवारी रद्द हो गई. वैसे आपको बता दें कि, देबाशीष धर ने हाल ही में आईपीएस अधिकारी पद से इस्तीफा देकर राजनीति में एंट्री ली थी. हालांकि सियासत में उनकी इंट्री के मंसूबों पर फिलहाल तो पानी फिरता नजर आ रहा है. आनन-फानन में बीजेपी ने बीरभूम सीट से देबतनु भट्टाचार्य को अपना नया उम्मीदवार बनाया है और उन्होंने नामांकन कर दिया है. 

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बता दें कि, बीरभूम सीट पर चौथे चरण में 13 मई को मतदान होगा. इस सीट पर बीजेपी के खिलाफ मुख्य दावेदार TMC की मौजूदा सांसद शताब्दी रॉय हैं.

देबाशीष धर की उम्मीदवारी पर क्यों फंसा पेच?

ECI के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, देबाशीष धर को उनके पद से इस्तीफा देने के बावजूद उन्हें अभीतक नौकरी से रिलीज ऑर्डर नहीं दिया गया है. दरअसल 2021 में कूच बिहार के सीतलकुची में हुए गोलीबारी में पांच लोगों की मौत के बाद से धर को अनिवार्य प्रतीक्षा सूची में रखा गया है. यही वजह है कि, उन्हें रिलीज ऑर्डर नहीं मिल पाया है. 

आपको बता दें कि, जन प्रतिनिधित्व एक्ट की धारा 36 के मुताबिक, चुनाव में उम्मीदवार को पानी, आवास, बिजली के बिल चुकाने होते है. यह विभाग नो ड्यूज में लिखकर देते हैं कि, हमारे यहां संबंधित व्यक्ति का 'कोई बकाया नहीं' है. अगर यह प्रमाण पत्र जमा नहीं किया जाता है तो नामांकन पत्र को अस्वीकृति माना जाता है.

पर्दे के पीछे हो रही साजिश: बीजेपी 

इस पूरे मामले पर बीजेपी के महासचिव जगन्नाथ चट्टोपाध्याय ने कहा, पर्दे के पीछे साजिश रची जा रही है. हम यहां कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हैं. यही वजह है कि, पार्टी तकनीकी कारणों से दूसरे उम्मीदवार का नामांकन पत्र दाखिल कर रही है. वहीं दूसरी तरफ देबाशीष धर की जगह उम्मीदवार बने देबतनु भट्टाचार्य ने कहा कि, मेरी पार्टी मुझसे जो भी कहेगी मैं वो करूंगा. हम सभी एकजुट हैं और तृणमूल की साजिशों से लड़ने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं. यह उनके गेमप्लान को विफल करने के लिए एक रणनीतिक कदम है.

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