पीएम मोदी बीजेपी के नेता हैं. विपक्ष के होने के बाद भी नवीन पटनायक और पी विजयन से उनकी पर्सनल केमेस्ट्री अक्सर चर्चाओं में रही हैं. नवीन पटनायक अब सीएम नहीं रहे. पी विजयन आगे सीएम रहेंगे या नहीं, ये अगले 6 महीने में चुनाव बाद तय हो जाएगा. केरल में विधानसभा चुनाव से पहले निकाय चुनावों की गहमागहमी बनी हुई है. उसी बीच केंद्र सरकार की पावरफुल एजेंसी ईडी ने फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) के उल्लंघन के मामले में भेजा है कारण बताओ नोटिस. जिस मामले में नोटिस भेजा गया है वो जरा नहीं, भारी टेक्निकल मामला है. ईडी ने इतनी राहत दी है कि सवालों के जवाब देने के लिए सीएम विजयन को ईडी दफ्तर नहीं जाना है लेकिन नोटिस में पूछे गए सवालों के जवाब लिखित में देने होंगे.
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पत्नी को छोड़कर पूरा परिवार ईडी की रडार पर
केरल के लेफ्ट गठबंधन की सरकार चला रहे हैं पिनराई विजयन. विजयन का अपना छोटा सा परिवार है. परिवार में पत्नी कमला हैं. दो बच्चों बेटी वीणा और बेटा विवेक हैं. विजयन के अलावा उनके परिवार से कोई भी राजनीति में नहीं हैं. अब ये कोई संयोग है या प्रयोग है कि केरल में विधानसभा चुनावों से पहले विजयन का परिवार पत्नी कमला को छोड़कर ईडी के लपेटे में आ चुका है. बेटी वीणा पहले से ईडी की जांच के घेरे में हैं. टी. वीणा अपनी कंपनी एक्सालॉजिक के मामले को लेकर ईडी की जांच के घेरे में हैं. आरोप है कि उन्होंने बिना काम किए पैसे लिए. विवेक को विदेश में पढ़ाई के लिए की गई पेमेंट को लेकर फंसे हैं. कमला विजयन पर कोई आरोप नहीं है. सीएम विजयन केरल के सरकारी मसाला बॉन्ड को लेकर जांच के दायरे में आए हैं. मसाला बॉन्ड नाम है. इसके लिए सरकार ने विदेश से ब्याज पर कर्ज लिया.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, मामला 2019 का है. केरल की Kerala Infrastructure Investment Fund Board (KIIFB) ने लंदन और सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज में मसाला बॉन्ड के जरिए 2672 करोड़ रुपये जुटाए थे. 466 करोड़ की कथित गड़बड़ी को लेकर बोर्ड के चेयरमैन सीएम विजयन शक के घेरे में आए. वित्त मंत्री TM Thomas Isaac और बोर्ड के सीईओ KM Abraham को भी ईडी का नोटिस मिला है. ED का आरोप है कि 466 करोड़ जमीन खरीदने में खर्च किए गए. जबकि RBI के नियमों के मुताबिक, मसाला बॉन्ड से जुटाई गई रकम का उपयोग जमीन खरीदने में नहीं किया जा सकता. केरल में 50 हजार करोड़ के इन्वेस्टमेंट प्लान के लिए पैसे जुटाने के लिए मसाला बॉन्ड जारी हुए थे. ईडी को शक है कि विदेशी मुद्रा नियमों का उल्लंघन हुआ. जून में केस दर्ज हुआ. अब नोटिस जारी हुआ है.
ईडी का नोटिस मजाक से ज्यादा कुछ नहीं-कांग्रेस
कांग्रेस भी मसाला बॉन्ड में घोटाले के आरोप लगा चुकी है लेकिन उसके नेता विजयन के पक्ष और विपक्ष में बोल रहे हैं. विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने विजयन का बचाव किया कि सीपीएम और विजयन को डराने के लिए ईडी ने नोटिस भेजा है. उसका कोई इरादा जांच करने का नहीं है. केरल कांग्रेस अध्यक्ष सनी जोसेफ ने भी कहा कि ईडी का नोटिस मजाक से ज्यादा कुछ नहीं. सबरीमला मंदिर के सोने की चोरी के विवाद से बचाने के लिए ये केस शुरू किया गया है. के. मुरलीधरन ने कहा कि केंद्र सरकार विजयन और सीपीएम को बीजेपी के साइड होने के लिए मजबूर कर रही है.
BJP ने उठाए सवाल
केरल बीजेपी अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने भी विजयन से बॉन्ड को लेकर सवाल पूछे कि जब भारत में सस्ता कर्ज मिल रहा था तब ज्यादा ब्याज पर विदेश से कर्ज क्यों लिया. किसे कमीशन के 21 हजार करोड़ दिए गए.
लेफ्ट ने क्या कहा ?
लेफ्ट ने इसे चुनाव से जोड़कर बीजेपी और केंद्र सरकार की पॉलिटिकली मोटिवेटेड विच-हंट कहा है. हेमंत सोरेन, अरविंद केजरीवाल के बाद विजयन तीसरे सीएम हैं जो ईडी की जांच के घेरे में आए हैं. हेमंत सोरेन और अरविंद केजरीवाल जेल में डाले गए. इसी से सीएम पद छोड़ना पड़ा. अब विजयन का आगे क्या होगा, ये जांच की तेजी से तय होगा.
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