Lok Sabha Election: देश में लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से शुरू हो रहा है. यह चुनाव कुल सात चरणों में सम्पन्न होगा जिसकी शुरुआत कल से हो रही है. पहले चरण में 21 राज्यों की 102 लोकसभा सीटों पर मतदान होने है. लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव के समीकरणों को समझने के लिए न्यूज तक ने अपने खास कार्यक्रम 'मंच' में चुनाव विश्लेषक और सर्वे एजेंसी C-Voter के फाउंडर यशवंत देशमुख से विस्तार से चर्चा की है. इस बातचीत में यशवंत देशमुख ने लोकसभा चुनाव का गणित, सर्वे के लेटेस्ट आंकड़े और विपक्ष की सियासत पर विस्तार से चर्चा की है. आइए आपको बताते हैं इस चर्चा के कुछ अंश.
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यूपी के चुनाव में ये है वोटों और सीटों का आंकड़ा
यशवंत देशमुख ने C-Voter के लेटेस्ट सर्वे के मुताबिक बताया कि, उत्तर प्रदेश के सर्वे में बीजेपी और विपक्ष को मिलने वाले वोट में 10 फीसदी का अंतर है. पिछले चुनाव में हमने देखा है कि, यूपी का चुनाव बाई पोलर हो गया है बसपा का उतना रोल नहीं दिख रहा है. 10 फीसदी वोटों का अंतर एकतरफा जीत का संकेत करता है.हालांकि ये अंतर सभी सीटों पर नहीं है. कई सीटों पर मामला फंसा हुआ भी दिख रहा है.
मेरा मानना है कि, यूपी 80 लोकसभा सीटों में से 60 सीटों पर बीजेपी सेफ है.बाकी की 20 सीटों पर पेच फंसा हुआ है. उन्होंने कहा, हमारे आंकड़े में इन 20 में से सात सीटों पर विपक्ष आगे है वहीं 13 सीटों पर बहुत कम अंतर से पीछे है. उन्होंने कहा चूंकि दोनों के बीच मार्जिन बहुत कम है तो इस बात की बहुत संभावना है कि, चुनाव से ठीक पहले जिसके पक्ष में माहौल बन जाएगा वो बाजी मारने में कामयाब हो जाएगा.
महाराष्ट्र में INDIA अलायंस को पीएम मोदी की वजह से नुकसान
महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव पर यशवंत देशमुख कहते हैं कि, मेरे ख्याल से महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन INDIA अलायंस को नुकसान हो रहा है और विपक्ष के नुकसान की सबसे बड़ी वजह पीएम नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता की भूमिका है. उन्होंने बताया कि, हमारे आंकड़ों में ये भी साफ है कि, प्रदेश की वर्तमान सरकार के खिलाफ राज्य में काफी रोष है. उन्होंने बताया कि, सर्वे के आंकड़े ये है कि, प्रदेश में वोटिंग पीएम मोदी के समर्थन और उनके विरोध में ही होना है.
'चुनाव को लोकल बनाने से होगा फायदा'
यशवंत देशमुख से ये सवाल पूछा गया कि, अभी के सर्वे में आए आंकड़ों में क्या कोई परिवर्तन भी हो सकता है? विपक्ष की सीटें बढ़ सकती है?
इस सवाल के जवाब में यशवंत देशमुख ने कहा कि, सर्वे में आए आंकड़ों में बदलाव तभी होगा जब विपक्ष ये तय कर ले कि चुनाव को लोकल रखना है और केन्द्रीय चुनाव नहीं बनाना है. यानी अगर विपक्ष स्थानीय कैंडिडेट, स्थानीय मुद्दों पर चुनाव को लड़ता है तो उसके जीत की संभावना काफी ज्यादा होगी.और यदि इस चुनाव को मोदी वर्सेज किसी कैंडिडेट पर होगा तो विपक्ष को बहुत नुकसान होगा.
इस पूरी बातचीत को आप यहां देश सकते हैं-
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