Suspension of MP’s: संसद शीतकालीन सत्र के 11वें दिन यानी 18 दिसंबर को आज दोनों सदनों से 78 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है. पहले लोकसभा से 33 सांसदों को फिर 45 राज्यसभा सांसदों को सदन से निलंबित कर दिया गया है. निष्कासन संसद में सुरक्षा चूक मसले पर सांसदों के हंगामे के कारण हुआ. विपक्षी सांसदों की मांग है कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री अमित शाह को इस मसले पर संसद के अंदर बोलना चाहिए. लोकसभा से निष्कासित होने वाले सांसदों में 11 कांग्रेस के हैं, जिसमें सदन के विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी भी शामिल हैं. तृणमूल कांग्रेस (TMC) के 9, द्रविण मुन्नेत्र कड़गम (DMK) के 9 और 4 अन्य दलों के सांसद शामिल हैं.
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कांग्रेस ने इस निष्कासन को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस ने एक के बाद अपने नेताओं के बयान ट्वीट किए हैं. साथ ही सरकार को तानाशाह बताते हुए कहा है है कि उन्हें सवालों से डर लगता है.
18 दिसंबर को निलंबित होने वाले सांसदों की लिस्ट है..
गृहमंत्री के पास टीवी शो में जाने का समय, लेकिन सदन में स्पष्टीकरण देने का नहीं – खड़गे
इससे पहले भी 14 दिसंबर को सदन की कार्यवाही बाधित करने और हंगामे की वजह से लोकसभा स्पीकर ने 14 और राज्यसभा के सभापति ने एक सांसद को निष्कासित कर दिया था.
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे यह आरोप लगा चुके हैं कि गृहमंत्री के पास एक टीवी शो में बैठकर इस पर बोलने का समय है लेकिन संसद में इस पर वह नहीं बोलना चाहते. एक अखबार को दिए अपने इंटरव्यू में संसद सुरक्षा मामले पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि विपक्ष को इसे राजनीति का मुद्दा नहीं बनाना चाहिए.
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