INDIA गठबंधन पर लगा रहे जाति की राजनीति का टैग! पीएम मोदी की दशहरा स्पीच को समझिए

बिहार में जातिगत सर्वे के आंकड़े जारी होने के बाद से ही देशभर में जातिगत जनगणना की मांग की जा रही है. कांग्रेस हर चुनावी राज्य में वादा कर रही है कि उसकी जीत हुई, तो जाति जनगणना होगी

Narendra Modi, Vijayadashmi
Narendra Modi, Vijayadashmi

अभिषेक

• 04:04 PM • 25 Oct 2023

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PM नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के द्वारका में दशहरा के मौके पर भाषण दिया. इस स्पीच में पीएम ने साफ कहा कि जातिवाद और क्षेत्रवाद के निशाने पर बांटने वाली ताकतों का दहन होना चाहिए. पीएम मोदी जब यह कह रहे हैं, तो उनके इशारे पर कौन है? आइए समझते हैं.

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बिहार में जातिगत सर्वे के आंकड़े जारी होने के बाद से ही देशभर में जातिगत जनगणना की मांग की जा रही है. कांग्रेस हर चुनावी राज्य में वादा कर रही है कि उसकी जीत हुई, तो जाति जनगणना होगी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी साफ कह रहे हैं कि वो पता लगाकर ही रहेंगे कि देश में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और दूसरी जातियों की संख्या कितनी है. INDIA गठबंधन के सभी घटक दल इस मांग के साथ हैं. यहां तक कि बीजेपी के नेतृत्व वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) के कुछ सहयोगी दल भी यही चाहते हैं. बीजेपी के लिए ये मांग चिंता का विषय है.

बीजेपी फिलहाल जातिगत जनगणना की मांग को लेकर सहज नहीं है. इसके अलावा बीजेपी को यह खतरा लग रहा है कि उसकी सोशल इंजीनियरिंग (जिसमें ओबीसी और दलित वोटों का बड़ा तबका उसके साथ है), खतरे में है. इसी का तोड़ निकालने में जुटे हैं पीएम मोदी.

PM मोदी ने अपनी दशहरा स्पीच में कहा, ‘रावण का दहन बस एक पुतले का दहन ना हो. ये दहन हो हर उस विकृति का जिससे समाज का आपसी सौहार्द बिगाड़ता है. दहन हो उन शक्तियों का जो जातिवाद और क्षेत्रवाद के नाम पर माँ भारती को बांटने का प्रयास करती है. दहन हो उन विचारों का जिसमें भारत का विकास नहीं बल्कि स्वार्थ की सिद्धि निहित है. यह पर्व राष्ट्र की हर बुराई पर राष्ट्रभक्ति की विजय का पर्व बनना चाहिए’.

RSS प्रमुख ने भी जाति को लेकर उठाई है आपत्ति

पीएम मोदी और बीजेपी की ही तरह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने भी देश को बांटने वाली शक्तियों को लेकर जनता को चेताया है. उन्होंने धर्म, जाति और क्षेत्रवाद के नाम लोगों को भटकाने वाली ताकतों से सजग रहने की बात कही है. ऐसे में माना जा रहा है कि संघ को भी कहीं न कहीं यह चुनौती नजर आ रही है, जो फिलहाल बीजेपी के सामने खड़ी है.

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