'ठाकरे को धोखा दिया गया, शिवसेना को तोड़ना गलत था, दुबारा CM बनने के बाद होगा प्रायश्चित'- शंकराचार्य 

शंकराचार्य ने महाराष्ट्र की सियासत के हालिया घटनाक्रम पर एक बड़ी बात कही. उन्होंने बीजेपी और शिवसेना (शिंदे) पर निशाना साधते हुए दावा किया कि, ठाकरे को धोखा दिया गया और शिवसेना को तोड़ना गलत था.

NewsTak

अभिषेक

• 03:40 PM • 16 Jul 2024

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Shankaracharya Avimukteshwaranand: पिछले दिनों देश के प्रमुख कारोबारी मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी की शादी हुई. शादी का समारोह मुंबई में हुआ. इस हाई प्रोफाइल ईवेंट में देश-विदेश के तमाम हस्तियां शामिल हुई. पीएम मोदी से लेकर शंकराचार्य तक सभी ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया. इस शादी में शामिल होने के बाद शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद अगले दिन उद्धव ठाकरे के घर मातोश्री गए. उद्धव ठाकरे ने उनका खूब आदर-सत्कार किया. इन सब के बीच शंकराचार्य ने महाराष्ट्र की सियासत के हालिया घटनाक्रम पर एक बड़ी बात कह दी. उन्होंने बीजेपी और शिवसेना (शिंदे) पर निशाना साधते हुए दावा किया कि, ठाकरे को धोखा दिया गया और शिवसेना को तोड़ना गलत था. शंकराचार्य का ऐसा कहने के कई मायने निकाले जा रहे है. आइए आपको बताते है क्या है पूरा माजरा. 

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पहले जानिए क्या कहा शंकराचार्य ने

ज्योतिर्मठ शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि, 'हमारे धर्म में हम अच्छे कर्म और पाप में विश्वास करते हैं. विश्वासघात सबसे बड़ा पाप है. उद्धव ठाकरे को धोखा दिया गया है और इससे बहुत सारे लोग दुखी हैं. आज मैं उनके अनुरोध पर यहां आया हूं, मैंने उन्हें बताया कि, हम सभी इस बात से दुखी हैं कि आपको धोखा दिया गया है और जब तक आप दोबारा राज्य के मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे, यह दर्द दूर नहीं होगा.'

बीजेपी और शिवसेना के इस आरोप पर कि ठाकरे ने हिंदुत्व छोड़ दिया है पर शंकराचार्य ने कहा, 'किसका हिंदुत्व असली है यह देखना होगा, लेकिन जो लोग विश्वासघात करते हैं वे हिंदू नहीं हो सकते. जो लोग विश्वासघात सहते हैं वे हिंदू हो सकते हैं क्योंकि उनके साथ विश्वासघात किया गया है.'

बीजेपी पर कई बार दे चुके है तीखे बयान 

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद हाल के दिनों में काफी चर्चा में रहे हैं. राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा के समय उन्होंने मंदिर के नाम पर सियासत करने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि, अधूरे मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा की इजाजत शास्त्रों ने नहीं दिया है. राजनैतिक फायदे के लिए अधूरे मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा करना गलत है. ऐसे ही जब लोकसभा का सत्र चल रहा था तब विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बीजेपी, RSS पर आराजकता और हिंसा फैलाने वाला बताया था और कहा था कि, 'हिन्दू कभी हिंसा नहीं कर सकता है.' फिर पीएम मोदी ने खड़े होकर कहा था कि, हिन्दू समाज को हिंसक कहना गलत है. इस बात पर भी शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद न कहा था कि, राहुल गांधी ने हिन्दू समाज के लिए कुछ भी गलत नहीं कहा. उन्होंने कहा, 'हिन्दू हिंसक नहीं हो सकता' जो सत प्रतिशत सत्य बात है, शास्त्र हमें हिंसा की इजाजत नहीं देते है. 

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