पढ़ाई के दबाव में 10वीं कक्षा की छात्रा ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखी यह बात, जानें

Rajasthan News: राजस्थान के दौसा जिले के लालसोट में अधिक नंबर लाने के दबाव में छात्रा ने आत्महत्या कर ली. 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली खुशबू मीणा नामक छात्रा ने फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दी है. छात्रा ने सुसाइड से पहले एक नोट भी लिखा जिसमें उसने इसका कारण बताया है. सुसाइड नोट […]

NewsTak

Sandeep Mina

03 Mar 2023 (अपडेटेड: 03 Mar 2023, 11:51 AM)

follow google news

Rajasthan News: राजस्थान के दौसा जिले के लालसोट में अधिक नंबर लाने के दबाव में छात्रा ने आत्महत्या कर ली. 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली खुशबू मीणा नामक छात्रा ने फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दी है. छात्रा ने सुसाइड से पहले एक नोट भी लिखा जिसमें उसने इसका कारण बताया है. सुसाइड नोट में छात्रा ने लिखा है- मेरे से नहीं हो पायेगा, मैं नहीं बना पाती 95+ परसेंटेज, मैं परेशान हो गई इस दसवीं क्लास से, मेरे से अब और नहीं सहा जाता, आई लव यू पापा-मम्मी और ऋषभ, आई एम सो सॉरी.

Read more!

गौरतलब है कि सुसाइड का यह मामला दौसा जिले के लालसोट में न्यू कॉलोनी का है जहां दसवीं क्लास में पढ़ने वाली छात्रा खुशबू मीणा बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रही थी और वह किराए के कमरे में रहकर पढ़ती थी. 16 मार्च को राजस्थान में बोर्ड परीक्षाएं हैं. बोर्ड परीक्षा से महज 14 दिन पहले खुशबू ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. ऐसा नहीं है कि छात्रा खुशबू पढ़ाई में कमजोर थी. वह इंटेलिजेंट थी लेकिन उसको आत्मविश्वास नहीं था कि उसके अंक 95 प्रतिशत से अधिक आएंगे.

यह भी पढ़ेंः बीजेपी विधायक का बड़ा बयान, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को बताया पार्टी के कार्यकर्ताओं की पहली पसंद

खुशबू मीणा के सुसाइड के बाद जैसे ही उसके परिजनों को पता लगा तो परिजन भी लालसोट में पहुंचे और दहाड़े मार मार कर रोने लगे. आंखों में आंसू और विलाप करती हुई उसकी मां कह रही थी कि खुशबू बार-बार कहती थी कि उसके अंक अच्छे नहीं आएंगे. लेकिन उसे हम समझाते थे कि उन्हें अंक नहीं चाहिए. लेकिन काफी समझाने के बावजूद भी उसने यह कदम उठा लिया.

इधर घटना की सूचना के बाद लालसोट थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस ने छात्रा के रूम की तलाशी ली तो सुसाइड नोट मिला. पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद कर लिया है और छात्रा के शव का पोस्टमार्टम भी करा दिया है. पुलिस अब पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है. यह सुसाइड नोट इस घटना के बाद अनेक सवाल छोड़कर चला गया कि आखिर क्यों बच्चों पर पढ़ाई का दबाव बनाया जाता है. आखिर क्यों इस पढ़ाई के बोझ के तले बच्चे दबे जा रहे हैं.

यह भी पढ़ेंः नागौर में वीर तेजाजी मंदिर की नींव में मिली नकली चांदी की ईंट, जेजेपी नेता अजय चौटाला ने की थी दान

    follow google newsfollow whatsapp