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एक तरफ सीएम गहलोत बुजुर्ग लोगों के लिए पेंशन सहित अपनी सामाजिक कल्याण की योजनाओं को लोगों के बीच लाने का कोई मौका नहीं छोड़ते. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि राजस्थान में पेंशन योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है. सामाजिक न्याय विभाग की ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार साल 2019 से 2022 के बीच 13-15 साल के बच्चे, सरकार के अधिकारी-कर्मचारी और उनकी पत्नियां भी सालों से वृद्धा पेंशन लेती रहीं. जब तक पेंशन वितरण विभाग का यह घोटाला सामने आया तब तक सरकार को 250 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो चुका था. गरीब और बुजुर्ग लोगों के लिए शुरू की गई इस योजना में करोड़ों की संपत्ति वाले लोग भी पेंशनभोगी बन गए. यह बात तब सामने आई जब विधायक नरपत सिंह राजवी ने विधानसभा में पेंशन में फर्जीवाड़े की जानकारी मांगी. सरकारी अधिकारियों की लापरवाही के कारण जनता की गाढ़ी कमाई के टैक्स से जमा धन राशि से चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं में इतना बड़ा नुकसान हुआ है.
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