Congress vs BJP on Jodhpur gangrape: प्रदेश में रेप और क्राइम की घटनाएं होने के बाद कांग्रेस सरकार बीजेपी के निशाने पर है. वहीं, मणिपुर हिंसा के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी पलटवार किया. उन्होंने कहा कि हमारे लिए महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान से बढ़कर कुछ भी नहीं है. जोधपुर में भयानक गैंगरेप के बाद तीन आरोपियों को महज दो घण्टे में गिरफ्तार कर लिया गया था. वहीं, बीजेपी को मणिपुर की शर्मनाक घटना में सिर्फ एक आरोपी को पकड़ने में 77 दिन लग गए.
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गहलोत ने ट्वीट कर जोधपुर गैंगरेप में पुलिस की कार्रवाई पर जवाब देते हुए कहा कि अपराध पर जवाब देने का समय कांग्रेस का 2 घंटा और बीजेपी का 77 दिन. उन्होंने एक दूसरे ट्वीट में कहा कि बीजेपी सरकारों को कानून व्यवस्था चलाना क्यों नहीं आता? अत्यंत दुख की बात है कि मणिपुर में हिंसा बंद होने का नाम नहीं ले रही. इससे पूरा देश चिंतित है.
सीएम ने कहा कि भाजपा की लापरवाही की वजह से मणिपुर में अभी तक 142 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. मणिपुर को देख कर राजस्थान में लोग पूछ रहे हैं कि भाजपा की सरकारों को कानून व्यवस्था चलाना क्यों नहीं आता?
मोदी सरकार के मंत्री ने पूछा था सवाल
इससे पहले मणिपुर पर हंगामे के बीच केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने राजस्थान में अपराध के मुद्दों को उठाते हुए गहलोत सरकार को घेरा था. उन्होंने कहा कि राजस्थान में महिलाओं पर अपराध की सबसे ज्यादा घटनाएं हुईं. पिछले 54 महीने में 10 लाख से ज्यादा आपराधिक मुकदमें दर्ज किए गए. 7500 से अधिक निर्दोषों की हत्याएं हुईं.
ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था लगातार सवालों के घेरे में हैं. मंत्री ने कहा कि मेरा सवाल सोनिया गांधी और राहुल गाँधी से भी मेरा सवाल है. मुख्यमंत्री के घर से 5 किमी दूर पर महिला को जलाया जाता है. कांग्रेस शासित राज्य में महिला अत्याचार के खिलाफ सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पूरा विपक्ष क्या मूक दर्शक बनकर बैठा रहेगा?
गौरतलब है कि जोधपुर में जेएनवीयू कैंपस में गैंगरेप के बाद 7 साल की मासूम बच्ची के साथ स्कूल में भी रेप का मामला सामने के बाद सरकार भी बुरी तरह घिर गई है. वहीं, जोधपुर जिले से ही दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. जिसमें एक परिवार के 4 सदस्यों को रात में सोते हुए जला दिया गया. जिसके बाद से प्रदेश ही नहीं, बल्कि देशभर में बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस को घेरने की कोशिश की.
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