नरेश मीणा की रिहाई के लिए प्रहलाद गुंजल के बाद अब उनके इस कट्‌टर समर्थक ने दे दी ये चेतावनी

नरेश मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ जड़ दिया जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. मामला इतना बढ़ गया कि समरावता गांव में देर रात बवाल हो गया.

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तस्वीर: राजस्थान तक.

बृजेश उपाध्याय

09 Dec 2024 (अपडेटेड: 09 Dec 2024, 07:39 PM)

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न्यूज़ हाइलाइट्स

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थप्पड़ कांड में जेल में बद नरेश मीणा की जमानत अर्जी खारिज.

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इधर उनके समर्थकों ने दी चेतावनी.

टोंक जिले के समरावता कांड को लेकर बीते दिन सवाई माधोपुर जिले के चौथ का बरवाड़ा में हुई सर्व समाज की हुई महापंचायत के जुटी नरेश मीणा के समर्थकों की भारी भीड़ के बाद अब सरकार को एक और चेतावनी दे दी गई है. महापंचायत में भाग लेने वाले नरेश मीणा के कट्टर समर्थक व टोंक जिला सरपंच संघ के अध्यक्ष मुकेश मीणा ने कहा कि अगर राजस्थान सरकार 15 दिसंबर तक नरेश मीणा समेत अन्य लोगों को रिहा नहीं करती है तो अब अगली महापंचायत देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में होगी. 

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मुकेश मीणा ने कहा कि हमने चौथ का बरवाड़ा में आयोजित हुई सर्वजातीय महापंचायत में समरावता कांड में हुई आगजनी और तोड़फोड़ में हुए संपत्ति के नुकसान की भी मांग 15 दिसंबर तक ही पूरे किये जाने की भी शर्त रखी है. मुकेश मीणा ने कहा कि हम बड़े जन आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं और इस जन आंदोलन में सिर्फ देवली उनियारा विधानसभा क्षेत्र के नरेश मीणा समर्थक ही शामिल होगें. मुकेश मीणा ने कहा कि प्रस्तावित महापंचायत में भी देवली-उनियारा क्षेत्र के नरेश मीणा समर्थकों के अलावा किन्हीं भी बाहरी व्यक्तियों को नहीं जुटने दिया जायेगा.  

14 नवंबर से जेल में बंद हैं नरेश मीणा 

देवली-उनियारा विधानसभा इलाके के समरावता गांव में एसडीएम को थप्पड़ और आगजनी मामले में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा समेत 63 लोगों की गिरफ्तारी हुई. नरेश मीणा तभी से जेल में बंद हैं और चुनाव भी हार चुके हैं. इस दौरान गिरफ्तार किए गए 4 नाबालिगों की जमानत हो चुकी है. वहीं नरेश मीणा समेत 59 लोग अभी भी टोंक जेल में बंद हैं. शनिवार को उनियारा एसीजेएम कोर्ट में जमानत याचिका दायर थी जो खारिज हो गई है. 

बताया जा रहा है कि पुलिस ने नरेश मीणा के खिलाफ काफी स्ट्रांग केस बनाया है. बबीते दिनों सवाई माधोपुर में कांग्रेस नेता प्रहलाद गुंजल के नेतृत्व में नरेश के समर्थक जुटे. गुंजल ने चेतावनी दी है कि यदि 15 दिसंबर तक नरेश की रिहाई नहीं हुई, तो 17 से प्रदेश के युवा सड़कों पर उतरेंगे. 

क्या है पूरा मामला? 

13 नवंबर को राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग हो रही थी. वहीं देवली-उनियारा सीट के समरावता गांव में ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया. आरोप है कि एसडीएम ने कुछ ग्रामीणों से जबदरन वोट डलवा दिया जिसके बाद निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा से उनकी तू-तू, मैं-मैं हो गई. इसके बाद गुस्साए नरेश मीणा ने एसडीएम को थप्पड़ जड़ दिया जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. मामला इतना बढ़ गया कि समरावता गांव में देर रात बवाल हो गया. पुलिस और ग्रामीण आमने-सामने हो गए. संघर्ष में आगजनी हुई. हवाई फायरिंग हुई और आग के गोले छोड़े गए. संघर्ष में काफी धन की हानि हुई.

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