Anta By-Election: अंता विधानसभा उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मोरपाल सुमन को अपना उम्मीदवार घोषित किया है.
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स्थानीय होने और लो प्रोफाइल नेता की छवि का फायदा मोरपाल सुमन को मिल सकता है. मोरपाल वर्तमान में बारां पंचायत समिति के प्रधान हैं. पार्टी के भीतर लंबे विचार-विमर्श के बाद सभी नेताओं की सहमति से उन्हें टिकट दिया गया है. मोरपाल सुमन जातिगत समीकरणों में भी फिट बैठते हैं.
सीट खाली होने की वजह
इस सीट पर मोरपाल सुमन का सीधा मुकाबला कांग्रेस के पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया और निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा से होगा. इससे अंता में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है.
यह सीट पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थक कंवरलाल मीणा की विधायकी समाप्त होने के कारण खाली हुई है. उन्हें एक 20 साल पुराने मामले में सजा सुनाई गई थी, जिसमें उन्होंने एक एसडीएम पर पिस्तौल तानी थी. सजा के बाद मई में उनकी विधायकी रद्द कर दी गई थी.
अंता विधानसभा का चुनावी गणित
अंता विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,27,563 मतदाता हैं. वोटर लिस्ट के फाइनल प्रकाशन के समय 2,26,227 वोटर थे, जिसमें 1,15,982 पुरुष, 1,10,241 महिला और 4 अन्य मतदाता शामिल थे.
उपचुनाव की तैयारियों के दौरान वोटर लिस्ट अपडेशन अभियान में 1,336$ नए वोटर जुड़े हैं. 1 अक्टूबर को फाइनल वोटर लिस्ट प्रकाशित की गई थी.
7 उपचुनाव में 5 में बीजेपी ने मारी बाजी
प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद अब तक 7 सीटों पर उपचुनाव हो चुके हैं, जिनमें से भाजपा ने 5 सीटों पर जीत हासिल की है. कांग्रेस केवल एक सीट जीत पाई थी, जबकि उपचुनावों से पहले उसके पास 7 में से 4 सीटें थीं.
पिछले साल हुए 7 उपचुनावों में खींवसर, देवली-उनियारा, झुंझुनूं, दौसा, चौरासी, रामगढ़ और सलूंबर सीटें शामिल थीं. इनमें से खींवसर, देवली-उनियारा, झुंझुनूं, रामगढ़ और सलूंबर सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी.
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