Barmer: सीएम गहलोत ने दिया ऐसा जवाब, चीख-चीख कर रोने लगी महिलाएं, कुछ तो हो गई बेसुध

Barmer: राजस्थान के बाड़मेर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने आई महिलाओं ने हंगामा कर दिया. महिलाओं ने पहले कुर्सियों पर अपना गुस्सा निकाला. लेकिन इतना कुछ हो जाने की बाद भी जब विधायक से लेकर यहां तक कि प्रशासन ने भी उन्हें तवज्जों नहीं दी तो महिलाएं रोते चीखते वापस अपने घरों को लौट […]

Barmer: सीएम गहलोत ने दिया ऐसा जवाब, चीख-चीख कर रोने लगी महिलाएं, कुछ तो हो बेसुध

Barmer: सीएम गहलोत ने दिया ऐसा जवाब, चीख-चीख कर रोने लगी महिलाएं, कुछ तो हो बेसुध

दिनेश बोहरा

03 Jun 2023 (अपडेटेड: 03 Jun 2023, 12:58 AM)

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Barmer: राजस्थान के बाड़मेर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलने आई महिलाओं ने हंगामा कर दिया. महिलाओं ने पहले कुर्सियों पर अपना गुस्सा निकाला. लेकिन इतना कुछ हो जाने की बाद भी जब विधायक से लेकर यहां तक कि प्रशासन ने भी उन्हें तवज्जों नहीं दी तो महिलाएं रोते चीखते वापस अपने घरों को लौट गई.

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दरसअल, यह महिलाएं कोई और नहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता थीं, जो अपनी 5 सूत्रीय मांगों को लेकर सीएम की सभा के बाद सर्किट हाउस में सीएम से मिलने आई थी. करीब ढाई घंटे के इंतजार के बाद सीएम अन्य परिवादी से मिलने लगे. इस दौरान कई लोगों ने अपने ज्ञापन और मांगपत्र भी सीएम गहलोत को सौंपे.

5 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा

इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी सीएम गहलोत को अपना 5 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा और अपनी व्यथा सुनाई. इस पर सीएम गहलोत ने कहा कि मैं आपकी मांगें कैसे पूरी करूं ? इसी से नाराज आंगनबाड़ी कार्यकर्ता महिलाओं ने हंगामा कर दिया. जिसके बाद महिलाओं ने कुर्सियों पर अपना गुस्सा निकाला और रोते चीखते अपने घरों को लौट गई.

बेसुध हो गई आंगनबाड़ी कार्यकर्ता 

कई आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रोते हुए बेसुध हो गई, जिसे साथी महिलाएं पानी पिला रही है. लेकिन इन सब के बावजूद किसी ने उनकी सुध नहीं ली. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बबिता माहेश्वरी के मुताबिक घर का कामकाज छोड़कर सुबह से ही सैकड़ों की तादाद में आई आंगनबाड़ी महिला कार्यकर्ता अपनी 5 सूत्री मांगों को लेकर सीएम से मिलना चाहती थी लेकिन उन्हें अनसुना कर दिया गया. इसी बात से महिला आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं में भयंकर रोष व्याप्त है.

इन मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन

महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता परमानेंट करने और वेतनमान कम से कम 50 हजार करने, रिटायरमेंट के वक्त ग्रेच्युटी के रूप में 25 लाख रुपए देने, रिटायरमेंट के बाद राज्य कर्मचारियों की तरह सम्मानजनक पेंशन देने संबंधित विभागों में पदों पर अनुभव एवं योग्यता अनुसार सोफी डी प्रमोशन देने के साथ छुट्टियों मेडिकल लाभ और अन्य भत्ते सुविधाएं देने की मांग को लेकर सीएम अशोक गहलोत से मिलने पहुंची थी.

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