बाड़मेर: एक थानेदार के ट्रांसफर पर मचा बवाल, BJP-RLP भी समर्थन में उतरी, जानें पूरा मामला

Barmer: राजस्थान के बाड़मेर जिले के बायतु थानेदार के तबादले को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है. बीजेपी और RLP का आरोप है कि थानेदार ने प्रधान के बेटे के खिलाफ राजकार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज किया था. आरोप है कि इसलिए ही राजनीतिक रसूख के चलते थानेदार का तबादला करवा दिया गया. […]

बाड़मेर: एक थानेदार के ट्रांसफर पर मचा बवाल, BJP-RLP भी समर्थन में उतरी, जानें पूरा मामला

बाड़मेर: एक थानेदार के ट्रांसफर पर मचा बवाल, BJP-RLP भी समर्थन में उतरी, जानें पूरा मामला

दिनेश बोहरा

27 Mar 2023 (अपडेटेड: 27 Mar 2023, 09:53 AM)

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Barmer: राजस्थान के बाड़मेर जिले के बायतु थानेदार के तबादले को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है. बीजेपी और RLP का आरोप है कि थानेदार ने प्रधान के बेटे के खिलाफ राजकार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज किया था. आरोप है कि इसलिए ही राजनीतिक रसूख के चलते थानेदार का तबादला करवा दिया गया. लोगों का कहना है कि जबसे थानेदार साहब आए हैं. तब से अपराधियों में जबरदस्त तरीके से खौफ था. लेकिन ये बात कुछ नेताओं को हजम नहीं हुई. इसी के विरोध में कस्बा बंद कर लोगों ने प्रदर्शन किया. वहीं इस पूरे मामले पर कांग्रेस और लोगों का कहना है कि दोनों पार्टियां राजनीति रोटियां सेक रही है बायतु को बंद का मिलाजुला असर रहा है.

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थानेदार के तबादले से आहत जहां कस्बे के लोग कस्बा बंद कर सड़कों पर उतर गए तो दूसरी तरफ बीजेपी और आरएलपी ने भी कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. दरअसल, 2 दिन पहले ही जोधपुर रेंज आईजी ने बाड़मेर जिले के बायतु थानाधिकारी ओमप्रकाश का तबादला पुलिस लाइन बाड़मेर किया था. जिसके बाद से ही बायतु कस्बे के लोग इस तबादले से बेहद खफा है. कस्बे के लोगों ने रविवार को अपने प्रतिष्ठान बंद रखकर विरोध प्रदर्शन किया और थानाधिकारी का तबादला निरस्त करने की मांग रखी. लोगों का कहना है कि थानेदार ओमप्रकाश के आने के बाद से अपराधों में कमी आई थी. लेकिन द्वेषतापूर्ण तरीके से इस तरह से तबादला करना उचित नहीं है.

प्रधान के बेटे के खिलाफ किया था मामला दर्ज
करीब 6 महीने पहले बाड़मेर एसपी ने आरजीटी थानाधिकारी से ओमप्रकाश का तबादला बायतु किया था. पिछले 6 माह से ओमप्रकाश बयतु थानेदार के रूप में पदस्थापित थे. कुछ दिनों पहले ही बायतु थानेदार ओमप्रकाश ने प्रधान के बेटे के खिलाफ राजकार्य में बाधा और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था. इसके बाद से ही स्थानीय जनप्रतिनिधि खफा थे. उसी समय के प्रधान के साथ ही कई कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों ने एसपी से लेकर अधिकारियों से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की थी. इसी बीच जब थानेदार का आईजी ने तबादला किया तो लोगों में यह भी संदेह है कि आईजी ने राजनीतिक दबाव में थानेदार का तबादला किया है.

राजनीतिक दबाव के कारण किया गया तबादला; भाजपा नेता
भाजपा के जिला महामंत्री बालाराम मूढ़ का कहना है कि बायतु थानाधिकारी के आने के बाद से कस्बे में क्राइम घटा है, चोरियां भी कम हुई है. मूढ़ का आरोप है कि जनप्रतिनिधियों ने अपने स्वार्थ के लिए राजनीतिक दबाव से थानेदार का तबादला करवाया है. जनता की मांग पर तबादला निरस्त किया जाना चाहिए.

तबादला निरस्त कर वापस लगाया जाए; आरएलपी
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री ओमप्रकाश कांकड़ के मुताबिक बायतु में आवारागर्दी के साथ चोरियां बहुतायत होती थी. थानेदार ओमप्रकाश की पोस्टिंग के बाद अपराध में कमी आई है और अपराधियों में पुलिस का कुछ भय कायम हुआ है. लेकिन जिस तरह थानेदार से द्वेषता रखते हुए तबादला करवाया गया है, यह गलत है. इस तरह से पहले किसी थानेदार का तबादला नहीं हुआ. गलत हुआ है तो जनता भी सड़क पर उतर रही है. हमारी मांग है कि तत्काल थानेदार का तबादला निरस्त कर वापस बायतु में पोस्टिंग दी जाए.

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