Rajyavardhan singh rathore: विधानसभा चुनाव (rajasthan election 2023) में बीजेपी ने सांसदों को मैदान में उतारकर बहुमत के लिए बड़ा दांव चलने की कोशिश की. लेकिन पार्टी का यह दांव कहीं ना कहीं उल्टा पड़ सकता है. प्रदेश की सबसे बड़ी झोटवाड़ा विधानसभा में भी कुछ ऐसा ही हाल है, जहां मुकाबला चतुष्कोणीय है. इस सीट पर बीजेपी (bjp) ने वसुंधरा खेमे के राजपाल सिंह का टिकट काटा तो माना जा रहा था कि आंशुसिंह सूरपुरा को टिकट मिलेगा. इसकी वजह यह भी है कि आंशुसिंह सूरपुरा ने परिवर्तन संकल्प यात्रा का भव्य स्वागत कर दावेदारी ठोंकी थी.
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लेकिन पार्टी ने सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को यहां से मैदान में उतार दिया. अब पार्टी से बगावत कर सूरपुरा ने राठौड़ के सामने निर्दलीय ताल ठोक दी है. बीजेपी इस कोशिश में है कि राजपाल सिंह शेखावत और आंशुसिंह सूरपुरा का मनमुटाव खत्म कर नामांकन वापस करवा ले.
माना जा रहा था कि राजपाल सिंह को तो पार्टी ने काफी हद तक मना भी लिया, लेकिन उन्होंने अभी तक नामांकन वापस नहीं लिया है और आंशुसिंह सूरपुरा भी अपनी बात पर अड़िग है. इधर, कांग्रेस ने मंत्री लालचंद कटारिया का टिकट काट गैर-राजपूत कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक चौधरी को टिकट दिया है. ऐसे में दोनों बागी उम्मीदवार राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के लिए मुसीबत बनते नजर आ रहे हैं.
क्या बोले सूरपुरा?
आंशुसिंह सूरपुरा का कहना है कि झोटवाड़ा में परिवर्तन तय है. टिकट नहीं मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कुछ गलती हो गई, जो पूरी बात ऊपर तक नहीं पहुंची. लेकिन इस गलती का पता परिणाम आएगा, तब पता चल जाएगा. उन्होंने कहा “रही बात कांग्रेस प्रत्याशी की तो, वो नए है यह मायने नहीं रखता. बल्कि झोटवाड़ा को लेकर वो जानते क्या है, यह महत्व रखता है. ऐसे में दोनों प्रत्याशियों की जमानत जब्त होना तय है. रही बात राज्यवर्धन सिंह कि तो पार्टी के ही वोट उन्हें मिलेंगे. लेकिन व्यक्तिगत वोट उन्हें नहीं मिलेंगे.
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