क्या सीबीआई करेगी अब पेपर लीक की जांच, जानें क्या है पीएम मोदी की अगली रणनीति

Sharat Kumar Show: गैरों पर करम अपनों पर सितम, ए जान-ए-वफा ये जुर्म ना कर. रहने दे अभी थोडा सा भरम. ए जान-ए-वफा ये जुर्म ना कर. यही गाना मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा ने सुनाया था. कब, जब राज्यसभा चुनाव होने थे और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मोबाइल […]

NewsTak

शरत कुमार

• 04:55 PM • 03 Feb 2023

follow google news

Sharat Kumar Show: गैरों पर करम अपनों पर सितम, ए जान-ए-वफा ये जुर्म ना कर. रहने दे अभी थोडा सा भरम. ए जान-ए-वफा ये जुर्म ना कर. यही गाना मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सैनिक कल्याण राज्य मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढ़ा ने सुनाया था. कब, जब राज्यसभा चुनाव होने थे और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मोबाइल पर ये पूरा गाना सुना था. मगर अब भरम नहीं रहा. हालांकि भ्रम तो उसी दिन खत्म हो गया था जब गुढ़ा ने इतनी बड़ी रैली करवाई थी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जानी दुश्मन सचिन पायलट की.

Read more!

मगर गुढ़ा भांप गए थे कुछ होने वाला है. और जिस तरह से, इस अंदाज से वह राजनीति करते हैं कि छोटे-मोटे मुकदमे तो कभी भी किसी रोज कहीं पर उनके खिलाफ हो जाए. मगर, महिला आई है बचाव में और कहा है कि मंत्री जी, रॉबिन हुड हैं. मंत्रीजी, पुराने रॉबिनहुड हैं. कह रहे हैं ये काम मैंने काफी पहले छोड़ दिया था. मगर, मेरे अतीत को देखते हुए शायद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लग रहा हो, मैं फंस जाऊंगा.

मगर, मैं विधानसभा जाऊंगा और पूछूंगा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से आमना सामना करूंगा और पूछूंगा यह सितम क्यों? गुढ़ा के साथ यह होना था. बाकी लोगों के साथ भी हुआ है. हालांकि गिर्राज मलिंगा इनके पक्के शागिर्द हैं. अब दोनों के खिलाफ हो गया. दोनों साथ घूमते हैं. दोनों के खिलाफ मुकदमे हो गए हैं. मगर कहा जा रहा है कि बजट के बाद की प्लानिंग मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कर रहे हैं. बजट के बाद क्या होने वाला है? कुछ लोग कह रहे हैं कि वापस जैसलमेर में होटल देखे जा रहे हैं, मगर पता नहीं क्या होने वाला है.

यह भी पढ़ें: गहलोत समर्थक विधायकों ने मर्जी से नहीं दिए थे इस्तीफे! सामने आए 81 नाम, जानें क्या है मामला

मगर क्या सचिन पायलट फिर से बागी बनेंगे? सचिन पायलट के पास क्या ऑप्शन हैं. क्या उन सभी ऑप्शन को तलाश रहे हैं? क्या खुलकर मैदान में आएंगे? जिस तरह से अब तक छुप-छुपकर आ रहे थे. मगर उससे बड़ी बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ऑपरेशन राजस्थान शुरू होने वाला है. रैली और रैला तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए बाएं हाथ का काम है. मगर कहा जा रहा है कि डॉक्टर किरोड़ीलाल मीणा प्रधानमंत्री कार्यालय में कल मिल कर दिल्ली से लौटे हैं और प्रधानमंत्री कार्यालय अब राजस्थान में हस्तक्षेप कर सकता है. कैसे कर सकता है तो ईडी और सीबीआई के जरिये.

किरोड़ीलाल मीणा कई दिनों से धरने पर बैठे थे और सारे सबूत वो ईडी को देकर आए हैं कि जब गहलोत सरकार घर तोड़ सकती है तो फिर ईडी जांच क्यों नहीं कर सकती है. और ईडी की जांच होगी तो उनका दावा है पांच विधायक और दो मंत्री साथ जेल जाएंगे. पता नहीं इस दावे में कितनी सच्चाई है. मगर कहा जा रहा है कि बजट के बाद राजस्थान का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ऑपरेशन शुरू हो सकता है. और ये बड़ा सियासी संकट भी पैदा कर सकता है क्योंकि कुछ लोग इस तरह की बातें कर रहे हैं कि पेपर लीक को लेकर सारे राज्यों में जांच शुरू की जाएगी. ताकि यह संदेश ना जाए कि केवल राजस्थान में ईडी और सीबीआई आ रही है. यहां देखिए ये पूरा पॉलिटिकल शो

यह भी पढ़ें: विधायकों के इस्तीफा मामले में मशहूर वकील अभिषेक सिंघवी क्यों कर रहे हैं पैरवी, क्या है इसके पीछे की चाल?

    follow google newsfollow whatsapp