Rajasthan Politics: राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह के बेटे अनिरुद्ध सिंह समेत करीब 250 लोगों के खिलाफ भरतपुर में शुक्रवार को मामला दर्ज हो गया. इसके बाद अनिरुद्ध सिंह ने अपने ही पिता पर आरोप लगाते हुए उन्हें चेतावनी दे डाली. अनिरुद्ध पर पुलिस के साथ दुर्व्यवहार करने और भरतपुर में मूर्ति स्थापना के दौरान हिंसा भड़काने की कोशिश करने का आरोप है. नदबई थाना प्रभारी राम अवतार मीणा ने अनिरुद्ध सिंह व 250 अन्य लोगों के खिलाफ धारा 147,149,186,353,505,153 के तहत शिकायत दर्ज करवाई है.
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शिकायत दर्ज होने के बाद अनिरुद्ध सिंह ने ट्वीट कर अपने पिता विश्वेन्द्र सिंह पर निशाना साधते हुए लिखा- मेरा पिता मुझे जेल भेजना चाहता है. सही काम करने के लिए कानून मुझे कैसे रोक सकता है. पुलिस मुझे वे फोटो सहित सबूत बताये जिससे यह प्रमाणित होता है कि मैंने वहां हिंसा की या किसी पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया. मैं महाराजा सूरजमल की 15वीं पीढ़ी हूँ, डरूंगा और भागूंगा नहीं. उनकी विरासत के लिए सामने से लडूंगा और छल से बड़ी मेरे लिए वीरगति है.
अनिरुद्ध सिंह ने यह भी लिखा कि यह सब उसके पिता ने किया है और वह इस मामले पर कानूनी रूप से कोर्ट में लड़ेंगे. गौरतलब है कि अनिरुद्ध सिंह राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह के पुत्र हैं जो भरतपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य भी हैं. अक्सर वह अपने पिता के खिलाफ ट्वीट करते रहते हैं.
यह है पूरा मामला
शिकायतकर्ता पुलिस अधिकारी ने अपनी शिकायत में बताया है कि 14 अप्रैल को नदबई क्षेत्र में बेलारा चौराहे पर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने का प्रस्ताव था जहां सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात था. अनिरुद्ध सिंह लोगों के साथ वहां पहुंचे जहां प्रतिमा स्थापना के लिए पिलर बना हुआ था. उन्होंने भीड़ के साथ दुर्व्यवहार किया और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को धक्का दिया. दो समुदायों के बीच विवाद खड़ा करने के लिए महाराजा सूरजमल की एक तस्वीर लगा दी और समुदाय विशेष के खिलाफ नारेबाजी की गई थी. प्रदर्शनकारियों ने जातिगत विवाद को फैलाने की कोशिश की और पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया. नदबई के पुलिस सीओ नीतिराज सिंह को इस मामले में जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है.
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