Kanhaiya lal Murder Case: उदयपुर में एक साल पहले हुए तालिबानी हत्याकांड के बाद शहर की स्थितियां भले ही सामान्य हो गई हो, लेकिन पीड़ित परिवार की स्थिति आज भी सामान्य नही है. पिछले साल 28 जून 2022 को शहर की मालदास स्ट्रीट में हुई कन्हैया लाल साहू की हत्या को एक साल गुजर गुजर चुका है. कन्हैया लाल का परिवार आज भी हत्यारे रियाज और गौस मोहम्मद की फांसी की मांग कर रहा है. कन्हैया के बड़े बेटे यश साहू ने आरोपियों को फांसी नहीं हो जाने तक बाल नहीं कटवाने और पैरों में जूते नहीं पहनने का संकल्प लिया है.
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वहीं, परिजनों ने अब तक कन्हैया लाल की अस्थियों का विसर्जन भी नहीं किया है. परिजन इस हत्याकांड की वजह पुलिस की लापरवाही और ज्ञानव्यापी मस्जिद के मुद्दे पर टीवी चैनलों पर बहस को मान रहे हैं. यश का कहना है कि जिस दिन उनके पिता के हत्यारों को फांसी मिलेगी, उसी दिन अस्थियों का विसर्जन करेंगे. यही उनके पिता को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.
वही, छोटे बेटे तरुण ने बताया कि उनके पिता उसे फार्मेसी की पढ़ाई कराना चाहते थे. उनके जाने के बाद सब कुछ छूट गया है. 24 घंटे कन्हैया के परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं. दोनों बेटे या पत्नी जब भी घर से बाहर निकलते है तो उनके साथ एक पुलिसकर्मी जरूर होता है. यही नहीं, उनके घर पर भी 6 सीसीटीवी कैमरे भी लगे है. जिससे लगातार मॉनिटरिंग की जाती है और कुछ भी संदिग्ध लगने पर तुरंत पुलिसकर्मी उसे पकड़ते हैं.
गौरतलब है कि एक साल पहले उदयपुर में टेलर की निर्मम हत्या के बाद पूरे देश में तनाव का माहौल था. शहर में भी कन्हैया के हत्यारों को फांसी दो सालों को जैसे नारे गूंज रहे थे. उनकी पत्नी आज भी अपने पति की सिलाई मशीन को देखकर फूट कर रो पड़ती है. उनका कहना है कि इधर पूरा परिवार तिल-तिल कर मर रहा है और दूसरी ओर, आरोपियों को जेल में रोटियां खिलाई जा रही है. कन्हैया लाल की हत्या के बाद घर पर रिश्तेदारों का आना भी कम हो गया है क्योंकि यहां कन्हैया की यादें जुड़ी है. उन्होंने कहा कि जब दरिंदो ने खुद उनके पति को मार कर वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया तो भी उन्हें अब तक फांसी क्यों नहीं मिल रही. उनके पति के जाने के बाद आजतक त्यौहार नहीं मनाया.
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