राजस्थान की पूर्व मंत्री गोलमा देवी का बयान- मैं तो खुद अंगूठा टेक, लेकिन मुझे तो बाबा ने सीखा दिया

Tonk News: प्रदेश की पूर्व मंत्री और सांसद किरोड़ीलाल मीणा की पत्नी गोलमा देवी नें कुध को अंगूठा टेक बता दिया. कहा कि उन्हें तो बाबा (किरोड़ीलाल) ने सीखा दिया. गोलमा देवी निवाई में सरकारी कॉलेज के छात्रसंघ उद्घाटन कार्यक्रम में भाग लेने पहुंची. अपने अंदाज में भाषण के लिए चर्चा में रहने वाली गोलमा […]

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मनोज तिवारी

14 Jan 2023 (अपडेटेड: 14 Jan 2023, 02:01 PM)

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Tonk News: प्रदेश की पूर्व मंत्री और सांसद किरोड़ीलाल मीणा की पत्नी गोलमा देवी नें कुध को अंगूठा टेक बता दिया. कहा कि उन्हें तो बाबा (किरोड़ीलाल) ने सीखा दिया. गोलमा देवी निवाई में सरकारी कॉलेज के छात्रसंघ उद्घाटन कार्यक्रम में भाग लेने पहुंची. अपने अंदाज में भाषण के लिए चर्चा में रहने वाली गोलमा देवी ने संबोधन में कहा कि वे बूढ़ी हो चली हैं और बीमार भी रहती हैं. लेकिन वे बाबा के कहने पर ही यहां विद्यार्थियों को आशीर्वाद देने आयी हैं.

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गोलमा ने मजाकिया अंदाज में कहा कि वे अब पूर्व हो चुकी हैं और उनके पास देने के लिये आशीर्वाद के अलावा कुछ भी नहीं है. लेकिन अगर विद्यार्थियों की कोई मांग हो तो वे बता दें. वे बाबा से उसे पूरी करवाएंगी. करीब 10 मिनट के अपने संबोधन में गोलमा देवी ने कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं व बालिकाओं को संस्कारित बने रहने की तो सीख दी.

साथ ही मंच पर बैठे निवाई के पूर्व विधायक दिवंगत हीरालाल वर्मा के पुत्र सीताराम वर्मा को राजनीति का पाठ पढ़ाते हुए हमेशा जनता के समक्ष हाथ जोड़े रहने और विनम्र बने रहने की नसीहत भी दी. समारोह में मुख्य अतिथि के गोलमा देवी का छात्रसंघ पदाधिकारीयों और मीणा समाज की महिलाओं ने पीली लूगड़ी ओढ़ाकर नृत्य के साथ अभिनंदन किया गया. उन्होंने प्रदेश में लगातार हो रहे पेपर लीक मामले में कांग्रेस सरकार और उसके मंत्रियों को इस सबके लिए जिम्मेदार ठहराया है. गोलमा देवी ने यह भी कहा कि इन पेपर लीक मामलों को लेकर उनके बाबा यानि पति डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ही अकेले सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. कोई भी उनका साथ देने के लिये आगे नहीं आ रहा है.

मंत्री बनी तब भी गोलमा देवी के अनपढ़ होने की थी चर्चा

गौरतलब है कि साल 2008 के विधानसभा चुनाव में किरोड़ी लाल मीणा और गोलमा देवी चुनाव जीतने के बाद गहलोत की सरकार में शामिल हुए थे. इसके बदले गोलमा देवी को गहलोत सरकार में मंत्री बनाया गया. गोलमा ने तब जमकर सुर्खियां बटोरी. उस दौरान जब वो मंत्री पद की शपथ ले रही थी तो शपथ में बोल गई थीं, “मैं गोलमा देवी बोल रही हूं”. इसके बाद उनसे शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करा लिया गया था. गोलमा से जब पूछा गया कि वो पढ़ी-लिखी नहीं हैं तो मंत्रालय कैसे चलाएंगी? तब गोलमा ने कहा था कि उनका पीए काम करेगा, वो ऑर्डर देंगी.

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