राजस्थान के जोधपुर स्थित एमबीएम विश्वविद्यालय में बीई सिविल इंजीनियरिंग के तीसरे वर्ष की परीक्षा के दौरान एक हाईप्रोफाइल नकल का मामला सामने आया है. इसमें एक कैबिनेट मंत्री की पोती को नकल करते हुए पकड़ा गया है. बताया जा रहा है कि छात्रा कैलकुलेटर के कवर पर पेंसिल से कुछ लाइनें लिखकर लाई थी.
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फ्लाइंग टीम ने पकड़ा नकल करते हुए
परीक्षा के दौरान फ्लाइंग टीम के दो शिक्षकों ने जब जांच की, तो उन्हें कैलकुलेटर के कवर पर लिखी लाइनें दिखाई दीं. अन्य शिक्षकों ने भी इसकी पुष्टि की. नियमानुसार, नकल का मामला दर्ज कर छात्रा को दूसरी कॉपी दी गई. परीक्षा कक्ष में मौजूद छात्रों ने भी इस घटना की पुष्टि की है.
विश्वविद्यालय प्रशासन पर लीपापोती का आरोप
इस मामले के सामने आने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन पर पूरे दिन लीपापोती करने का आरोप लगा. अब विश्वविद्यालय ने एक कमेटी बनाई है, जो छात्रा का पक्ष सुनेगी और उसके बाद ही अंतिम फैसला लिया जाएगा. सूत्रों का कहना है कि यह मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण छात्रा को क्लीन चिट मिल सकती है.
छात्रों का प्रदर्शन और राजनेताओं की प्रतिक्रिया
देर शाम, विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर छात्रों ने प्रदर्शन किया और इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की. केंद्राधीक्षक प्रो. श्रवणराम का कहना है कि कैलकुलेटर पर लिखा हुआ "विजिबल" (दिखाई देने योग्य) नहीं था, इसलिए इसे "अनफेयर मीन्स" (नकल) नहीं माना जाएगा.
वहीं, सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री से कैबिनेट सब कमेटी के अध्यक्ष पद से संबंधित मंत्री को हटाने की मांग की है. कानून मंत्री जोगाराम पटेल ने इसे राजनीतिक दबाव बनाने का मामला बताया है और कहा कि उन्हें जानकारी उनके पुत्र से मिली है.
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