Khushboo kanwar Story: अहमदाबाद में हुए दुखद प्लेन क्रैश हादसे में बालोतरा की 21 साल की खुशबू कंवर राजपुरोहित की जान चली गई. खुशबू का ससुराल पाली में था और वह शादी के 5 महीने बाद पहली बार लंदन में अपने पति से मिलने जा रही थी. लेकिन उनका विमान हादसे में जान चली गई.
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खुशबू बुधवार, 11 जून को अपने सास-ससुर से आशीर्वाद लेकर अहमदाबाद एयरपोर्ट गई थी. वह लंदन जाने वाली फ्लाइट में सवार हुई, लेकिन उड़ान के दौरान हुए हादसे में उसकी मौत हो गई. खुशबू के सास-ससुर इस बात पर यकीन नहीं कर पा रहे हैं. उनकी आंखों से आंसू थम नहीं रहे हैं. उन्होंने कहा, "हमें पता होता कि हमारी बहू के साथ ऐसा होगा, तो हम उसे लंदन जाने ही नहीं देते."
5 महीने पहले हुई थी शादी, अधूरा रह गया मिलन
खुशबू की शादी इसी साल 18 जनवरी 2025 को जोधपुर के खाराबेरा पुरोहितान निवासी 25 साल के विपुल सिंह राजपुरोहित से हुई थी. शादी के बाद दोनों पति-पत्नी और उनका परिवार बहुत खुश था. शादी के दो महीने बाद विपुल वापस लंदन चले गए. वे लंदन के एक सरकारी अस्पताल में नर्सिंग ऑफिसर हैं. विपुल ने खुशबू से वादा किया था कि वह जल्द ही उसे लंदन बुला लेंगे. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. खुशबू का अपने पति से मिलने का सपना अधूरा रह गया. जैसे ही विपुल को हादसे की खबर मिली, वह लंदन से भारत के लिए रवाना हो गए.
खुशबू के ससुराल वाले 30 सालों से पाली में
खुशबू के ससुराल वाले मूल रूप से जोधपुर के खाराबेरा पुरोहितान गांव के हैं, लेकिन पिछले करीब 30 सालों से वे पाली शहर के जवाहर नगर मंडिया रोड पर रह रहे हैं. खुशबू के ससुर गजेंद्र सिंह राजपुरोहित पाली में कपड़े के व्यापारी हैं. उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं.
लंदन जाने से पहले खुशबू 11 जून को अपने पिता के साथ पाली आई थी. यहां उन्होंने अपने सास-ससुर से आशीर्वाद लिया और शाम करीब छह बजे अपने जेठ और पिता के साथ अहमदाबाद के लिए रवाना हो गईं. 12 जून को उन्होंने अहमदाबाद से लंदन के लिए फ्लाइट ली थी.
सांत्वना देने पहुंचे जनप्रतिनिधि और समाज के लोग
इस दुखद हादसे के बाद गजेंद्र सिंह राजपुरोहित के परिवार को सांत्वना देने के लिए समाज के लोग, मोहल्ले वाले और कई जनप्रतिनिधि उनके घर पहुंचे. पूर्व विधायक ज्ञानचंद पारख, पूर्व सभापति महेंद्र बोहरा, कांग्रेस नेता महावीर सिंह सुकरलाई, पूर्व पार्षद शिवराम जाट, रमेश परिहार, एडवोकेट महेंद्र सिंह राजपुरोहित, राजू तिवारी, शांतिलाल चौपड़ा सहित कई लोग गजेंद्र सिंह के घर पहुंचे और परिवार को ढांढस बंधाया.
जून में जन्म और जून में ही देहांत: परिवार सदमे में
खुशबू का जन्म 27 जून 2002 को हुआ था और प्लेन क्रैश हादसा भी 12 जून 2025 को हुआ है. इस हादसे ने खुशबू के मायके और ससुराल दोनों पक्षों को पूरी तरह से तोड़ दिया है. उन्हें अभी भी यकीन नहीं हो रहा कि खुशबू अब इस दुनिया में नहीं है. खुशबू की सास की आंखों से तो आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं.
खुशबू का अहमदाबाद एयरपोर्ट का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह रोते हुए दिखाई दे रही है.
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