Pari bishnoi: राजस्थान का कश्मीर कहा जाने वाला उदयपुर (udaipur) एक बार फिर रॉयल वेडिंग का साक्षी बना है. इस बार शाही शादी एक IAS और विधायक की हुई है. जिसकी चर्चा देशभर में खूब हो रही है. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के पौते विधायक भव्य विश्नोई और IAS परी विश्नोई (Pari bishnoi) की शादी होटल राफेल्स में हुई. उदयसागर झील के बीच बनी इस पांच सितारा होटल दोनों परिवार के करीबी रिश्तेदार ही शामिल हुए. शादी के बाद 24 दिसम्बर को रिसेप्शन राजस्थान के अजमेर के पुष्कर में होगा. वहीं, 26 दिसम्बर को आदमपुर में प्रीतिभोज और ग्रैंड रिसेप्शन 27 दिसम्बर को नई दिल्ली में होगा.
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वहीं, उदयपुर के समारोह की बात करें तो 22 दिसंबर शुक्रवार शाम करीब साढ़े सात बजे होटल से बारात निकली. दूल्हे भव्य ने व्हाइट कलर की शेरवानी पहन रखी थी. बारातियों ने साफे पहने थे. बाराती होटल के अंदर ही होटल के आइलैंड स्थित गार्डन पहुंचे थे. जैसे ही बारात वहां पहुंची तो परी के घरवालों ने स्वागत किया था.
शादी के चलते सिक्किम से हरियाणा कैडर में परी ने ली पोस्टिंग
बारात पहुंचने के बाद गार्डन में ही मंदिर के पास में रात करीब साढ़े नौ बजे बाद फेरे हुए. इससे पहले 21 दिसंबर गुरुवार रात को यहां संगीत का आयोजन हुआ. बता दें कि भव्य बिश्नोई और परी बिश्नोई की सगाई 1 मई को हुई थी. परी संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) साल 2019 बैच की महिला अफसर हैं. फिलहाल वह सिक्किम कैडर में पोस्टेड है. जहां पर वे सब मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात हैं. शादी के लिए उन्होंने अपना कैडर चेंज करवाया है, अब उन्हें हरियाणा कैडर की NOC भी मिल गई है.
बीकानेर में जन्मी परी के पिता रह चुके 4 सरपंच
बता दें कि IAS परी विश्नोई का जन्म बीकानेर जिले में हुआ. उनके पिता मनीराम वकील और माता सुशीला विश्नोई नागौर एसीबी में हैं. परी के पिता अपने गांव के 4 बार सरपंच रह चुके हैं. परी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन के दौरान ही सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी. ग्रेजुएशन के बाद परी ने एमडीएस यूनिवर्सिटी, अजमेर से पॉलिटिकल साइंस में पीजी किया. 2019 में परी ने अपने तीसरे प्रयास में UPSC क्लियर कर लिया. उन्होंने ऑल इंडिया में 30वीं रैंक हासिल की थी.
कौन है भव्य बिश्नोई के पिता
वहीं, भव्य हरियाणा के पूर्व सीएम भजनलाल के पौते हैं. उनके पिता कुलदीप बिश्नोई भी सांसद रहे हैं. भव्य ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से पढ़े हैं और गांधी परिवार से नाराजगी के चलते कुलदीप बिश्नोई ने अगस्त 2022 में कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ले ली. इसके बाद कुलदीप ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था. तब 2022 में आदमपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भव्य बिश्नोई पहली बार विधायक बने.
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