Rajasthan Politics: राजस्थान में गहलोत सरकार द्वारा लागू की गई 'चिरंजीवी योजना' फिर से सुर्खियों में हैं. इसकी वजह राजस्थान डॉक्टर्स एसोसिएशन का एक बयान है. जिसके बाद से प्रदेश में गहलोत सरकार द्वारा लागू की गई चिरंजीवी योजना चर्चा में आ गई.
ADVERTISEMENT
प्री-बजट को लेकर सीएम भजनलाल ने राजस्थान डॉक्टर्स एसोसिएशन के साथ मीटिंग रखी थी. सीएम ने प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने के लिए डॉक्टर्स से बातचीत की. इसी दौरान राजस्थान डॉक्टर्स एसोसिएशन ने 'चिरंजीवी योजना' को सदी की सबसे अव्यवहारिक, अलोकतांत्रिक और असफल योजना बता दिया.
पूर्वी चिकित्सा मंत्री बोले- दुर्भाग्य है कि ऐसा अज्ञानी मुख्यमंत्री बना है
गहलोत सरकार में चिकित्सा मंत्री रहे परसादीलाल मीणा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भजनलाल जी को खुद पता नहीं कि चिरंजीवी योजना क्या है, राजस्थान का दुर्भाग्य है कि ऐसा अज्ञानी मुख्यमंत्री बना है.ये तो सीधा गांव से आ गए, इस बेचारे को क्या पता कि चिरंजीवी क्या है?
यह भी पढें: चिरंंजीवी योजना को डॉक्टर्स ने बताया असफल, गहलोत बोले- बदनाम कर रहे हैं, भजनलाल सरकार को दी ये राय
गहलोत बोले- दुर्भाग्य है
राजस्थान डॉक्टर्स एसोसिएशन की ओर से गहलोत सरकार की चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना को असफल बताए जाने पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है दुर्भाग्य है, निजी अस्पतालों के कुछ डॉक्टरों को ऐसा असत्य बोलकर एक अच्छी योजना एवं मेडिकल जैसे पवित्र पेशे को बदनाम करने से बचना चाहिए. हमारी सरकार ने राइट टू हेल्थ (RIGHT TO HEALTH) का कानून बनाया जिससे आपातकालीन परिस्थितियों में निशुल्क इलाज हो सके. वर्तमान सरकार को डॉक्टर एसोसिएशन के साथियों को विश्वास में लेकर राइट टू हेल्थ के नियम जल्द से जल्द बनाकर लागू करने चाहिए जिससे राजस्थान के हर निवासी को इलाज का अधिकार मिले.
ADVERTISEMENT